कांग्रेस ने राजेंद्र राणा व अभिषेक दत्त को चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के लिए कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया

CHANDIGARH: हिमाचली चुनावों में अपनी अदभुत चुनावी प्रतिभा को लोहा मनवा चुके सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा को अब आअखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से चण्डीगढ़ नगर निगम में चुनाव कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। इसी कड़ी में दिल्ली स्टेट के कांग्रेस वाईस प्रेजिडेंट व काउंसलर अभिषेक दत्त को भी चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। हिमाचल और दिल्ली के जुझारू नेताओं की जोड़ी की जुगलबंदी पर कांग्रेस आलाकमान ने भरोसा जताया है।

उक्त दोनों ही नेताओं ने तत्काल प्रभाव से अपना वर्तमान प्रभार संभालते हुए चण्डीगढ़ में चुनावी फिजाओं को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए डट व जुट चुके हैं। पंजाब व चंडीगढ़ कांग्रेस के इंचार्ज हरीश चौधरी ने तत्काल प्रभाव से राजेेंद्र राणा को यह प्रभार संभालने की नोटिफिकेशन जारी की है।

राजेंद्र राणा हिमाचल में हुए सोलन नगर निगम के बाद विधानसभा उपचुनावों में फतेहपुर के चुनाव प्रभारी रह चुके हैं। दोनों ही स्थानों पर विकट परिस्थितियों के बावजूद राणा की रणनीति के चलते कांग्रेस की जीत प्रचंड बहुमत से हुई है। चुनावी विधा में टास्क मास्टर साबित हो चुके राणा की इसी विशेषता के कारण अब उन्हें चण्डीगढ़ कॉर्पोरेशन के 35 वार्डों का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है। बतौर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कॉर्डिनेटर अब राजेंद्र राणा नगर निगम चंडीगढ़ में कांग्रेस के लिए काम करेंगे।

चण्डीगढ़ में 15 फीसदी हिमाचली रहते हैं। जिनके हितों और हकों के लिए हर दम सक्रिय रहने वाले राजेंद्र राणा की चण्डीगढ़ की जनता के साथ-साथ इस वर्ग पर गहरी पैठ है। इसी के मद्देनजर अब राणा को अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह प्रभार सौंपा है। चण्डीगढ़ नगर निगम के चुनाव पंजाब व चण्डीगढ़ में विशेष महत्व रखते हैं।

पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले 24 दिसंबर को होने वाले चुनावों में कांग्रेस हर सूरत काबिज होना चाहती है। पिछले 2 टर्म से चण्डीगढ़ नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा है। अब देखना यह है कि हिमाचल के दो चुनावों में टास्क मास्टर साबित हुए राणा चण्डीगढ़ नगर निगम पर कांग्रेस को कैसे काबिज करवाते हैं।

चण्डीगढ़ नगर निगम के चुनावों के नोमिनेशन के आखिरी रोज 4 दिसंबर को जारी हुई इस नोटिफिकेशन ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में राणा का सियासी कद और बढ़ाया है। जिसने अब राणा को एक बार फिर खुद को साबित करने के लिए नई चुनौती पेश की है। अब राणा यहां खुद को फिर पार्टी से बड़ा साबित करते हैं कि नहीं यह भी देखना होगा।

error: Content can\\\'t be selected!!