कांग्रेस ने चंडीगढ़ नगर निगम पर लगाया रेवेन्यू बर्बाद करने का आरोप, कहा-भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा पब्लिक का पैसा

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एचएस लक्की ने मेयर और सांसद से मांगा इस्तीफा, निगम के खिलाफ जांच की मांग की

CHANDIGARH, 15 NOVEMBER: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज चंडीगढ़ नगर निगम पर करदाताओं के पैसे की निर्ममता से बर्बादी करने का आरोप लगाते हुए निगम के रवैए पर गहरी पीड़ा व्यक्त की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि जनता पर भारी भरकम टैक्स लगाकर इकट्ठा किया पैसा भाजपा द्वारा संचालित नगर निगम के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है।

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने एक बयान में कहा कि चंडीगढ़ प्रदूषण नियंत्रण समिति (सीपीसीसी) द्वारा ठोस कचरे के प्रबंधन और पुराने कचरे के जैविक उपचार में चौतरफा विफलता के लिए नगर निगम पर जो भारी जुर्माना लगाया गया है वह यह स्पष्ट इशारा करता है कि नगर निगम के लिए शहर की सफाई, स्वच्छता और पर्यावरण की सुरक्षा अब एक उच्च प्राथमिकता वाला क्षेत्र नहीं रह गया है। प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा निगम को कड़ी फटकार यह दर्शाती है कि शहर की सफाई व्यवस्था के लिए लगाया जाने वाला धन किस बेरहमी से बर्बाद किया जा रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अफ़सोस की बात है कि निर्धारित मानदंडों के अनुसार सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट चलाने में विफल रहने के लिए नगर निगम को 5.60 करोड़ रुपये और कचरा प्रबंधन में विफलता के लिए 3.0 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया गया है।

इस बीच, चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने भाजपाई मेयर सर्बजीत कौर और सांसद किरण खेर के इस्तीफे की मांग करते हुए नगर निगम के खिलाफ जांच कराने की मांग की है, ताकि चंडीगढ़ के लोग को भाजपा के नेतृत्व वाले निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार के स्तर से अवगत हो सकें।

लक्की ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कचरे के प्रबंधन और कचरा संग्रह के लिए दिए गये ठेकों में भ्रष्टाचार के कई आरोप बार-बार सामने आए हैं लेकिन अधिकारियों द्वारा अब तक उन पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

लक्की ने कहा कि पिछले साल दिसम्बर में नगर निगम चुनाव के दौरान भाजपा ने वादा किया था कि वह डडडूमाजरा की डंपिंग साइट को दो मुंही रणनीति से एक साल में समाप्त कर देगी। पहले छह महीने के भीतर कचरे की डंपिंग बंद कर दी जानी थी और उसके बाद बड़े पैमाने पर जैविक प्रक्रियाओं के माध्यम से डंप को हटा दिया जाना था। लक्की ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नगर निगम ने कचरे के ढेर के आसपास रहने वाले लाखों लोगों की दुर्दशा को नजरअंदाज करते हुए इस ढेर को समाप्त करने के लिए बस लीपापोती ही की और सही तरीके से कोई ठोस कदम नहीं उठाया। लक्की ने कहा कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अधिकारियों से आग्रह करती है कि वे इस मामले को गंभीरता से लें और निगम की भ्रष्ट कार्यशैली को लोगों के सामने लाने के लिए तुरंत एक जांच समिति का गठन करें, जिसके कारण प्रदूषण नियंत्रण निकाय द्वारा निगम की कड़ी आलोचना करते हुए उस पर भारी जुर्माना लगाया गया है।

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