इंटरस्कूल डांस फेस्ट में चंडीगढ़ ट्राइसिटी के 18 स्कूलों की टीमों ने लिया भाग, अजीत करम सिंह और गुरुकुल स्कूल ने बाजी मारी
मौजूदा पीढ़ी को पूर्वजों के बलिदानों की जानकारी होना जरूरी: जसबीर सिंह बंटी
CHANDIGARH, 12 AUGUST: वन्दे मातरम्…, तूझे सब पता है, है न मां, मां तूझे सलाम, ऐसा देश है मेरा सहित देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों पर स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा दी गई रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभागार में मौजूद दर्शकों में भी देशभक्ति का जज्बा भर दिया। मौका था टीम सॉल्यूशन्स, ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन और द लास्ट बेंचर के आपसी सहयोग से स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में करवाये गए इंटर स्कूल डांस फेस्ट का। इस इंटर स्कूल डांस फेस्ट में चंडीगढ़ ट्राइसिटी से 18 स्कूलों की टीमों ने हिस्सा लेते हुए अपनी प्रस्तुति से देश के प्रति अपने जज्बे और अपनी निष्ठा को पेश किया। इस इंटर स्कूल डांस फेस्ट 2023 प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे:
विजेता:
अजीत करम सिंह इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल – सेक्टर 41
गुरुकुल जीरकपुर
प्रथम उपविजेता:
अंकुर पब्लिक स्कूल-चंडीगढ़
जेवियर्स-सेक्टर-44, चंडीगढ़
द्वितीय उपविजेता:
अजीत करम सिंह इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल-मोहाली
माउंट कार्मेल स्कूल-सेक्टर 47
कार्यक्रम के दौरान चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर अनूप गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए, जबकि जसबीर सिंह बंटी काउंसलर वार्ड नंबर 24, रविंदर सिंह बिल्ला- चेयरमैन, ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन और सुमिता कोहली – प्रेसिडेंट द लास्ट बेंचर कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में किटी ब्रेड, आनंद डेयरी, अमरटेक्स और स्मार्टटॉक के अधिकारी भी उपस्थित रहे। श्रीमती अनुपमा पेठे प्रशिक्षित कुंडलिनी योग प्रशिक्षक और बॉलीवुड कोरियोग्राफर, श्रीमती सुनीता शर्मा – विभागाध्यक्ष, सहायक प्रोफेसर नृत्य – पीजीजीसीजी, सेक्टर 11 और बलकार सिद्धू – राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता फिल्म और थिएटर कलाकार ने बतौर निर्णायक स्टूडेंट्स की कला को परखा।
कार्यक्रम में भाग ले रहे सभी स्कूल के स्टूडेंट्स द्वारा दी गई रंगारंग प्रस्तुतियों ने सभागार में मौजूद दर्शकों में देशभक्ति का जज्बा भर दिया। हर प्रस्तुति पर बच्चों एवं अभिभावकों ने तालियां बजाकर सभी का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में सभी प्रस्तुतियां समूह नृत्य के रूप में आयोजित की गई।
बच्चों ने देशभक्ति के गीतों पर जिस प्रकार से नृत्य के साथ प्रस्तुति दी, उस ने अन्य सभी बच्चों में जोश भर दिया। रंगबिरंगी परिधान पहन कर स्टूडेंट्स द्वारा दी गई प्रस्तुति देखते ही बन रही थी। उपस्थित सभी अतिथिगण ने अपने संबोधन में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 15 अगस्त, 1947 के दिन भारत ने अंग्रेजी उपनिवेश की जकडऩों को तोड़कर स्वतंत्रता का नवप्रभात देखा था। यह स्वर्णिम दिन लगभग सवा सौ वर्षों तक चले अनवरत संघर्ष और लाखों वीर महापुरुषों के बलिदान के बाद आया। इसलिए हमें स्वतंत्रता का मूल्य समझना चाहिए और अपना सर्वस्व लगाकर राष्ट्र की उन्नति में योगदान देना चाहिए। स्वतंत्र भारत आज दुनिया के विकसित देशों की पंक्ति में खड़ा होने के लिए लालायित दिखाई दे रहा है, हमें इसे विश्वगुरू बनाने के लिए संकल्पित होना चाहिए। स्टूडेंट्स को अतिथिगण ने स्वतंत्रता के इतिहास के बारे में बताया।
रविंदर सिंह बिल्ला और सुमिता कोहली ने बताया कि इस तरह के प्रोग्राम करने से छात्रों में देश प्रेम की भावना उत्पन्न होती है। उन्होंने साथ ही स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष और बलिदान की बदौलत देश को स्वतंत्रता मिली।
पार्षद जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि 15 अगस्त का महत्व का हर भारतीय के लिए विशेष है। किसी भी देश के लिए उसके भविष्य के सफर पर इतिहास का असर साफ झलकता है। इस वजह से यह जरूरी है कि मौजूदा पीढ़ी को पूर्वजों के बलिदान की जानकारी हो। उसके प्रति आदर हो। ऐसे में इस दिन से बेहतर क्या हो सकता है, जब उन्हें बताया जाए कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने किन-किन परेशानियों का सामना किया और देश को आजाद कराया। मौजूदा पीढ़ी के लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण है, ताकि वह इतिहास से मिले सबकों पर चर्चा कर सकें और एक देश के तौर पर हम पुरानी गलतियों को न दोहराएं।