जीएमडीए व एफएमडीए की तर्ज पर कार्य करेगा पीएमडीए
अलग से विकास प्राधिकरण के गठन के मामले में गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद पंचकूला बना तीसरा शहर
CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंचकूला के समग्र विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए पंचकूला महानगरीय विकास प्राधिकरण (पीएमडीए) का गठन करने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने आज यहां प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पंचकूला महानगरीय विकास प्राधिकरण (पीएमडीए) के गठन से पंचकूला के लिए बनाई गई एकीकृत विकास योजना का समय पर और तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा।
उन्होंने कहा कि पीएमडीए पंचकूला के निरंतर और समान विकास को सुनिश्चित करेगा। यह प्राधिकरण गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) और फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरण (एफएमडीए) की तर्ज पर काम करेगा।
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण अन्य विभागों जैसे एचएसवीपी, एचएसआईआईडीसी और नगर निगम के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से काम करते हुए लोगों को बुनियादी ढांचा और अन्य विकासात्मक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
उन्होंने कहा कि पंचकूला के निवासियों के साथ-साथ राज्य के लोगों को पंचकूला शहर के विकास के बारे में पर्याप्त जानकारी देने के लिए एक व्यापक सूचना, शिक्षा व संचार (आईईसी) अभियान चलाया जाएगा जिसमें पंचकूला की एकीकृत विकास योजना से सम्बंधित मैप तैयार किया जाएगा और शहरों में जगह-जगह होर्डिंग के माध्यम से इस मैप को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें पंचकूला के हर कोने को चित्रित किया जाएगा और विभिन्न विभागों द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला के बाद करनाल, हिसार और अन्य जिलों के भी इसी तरह की एकीकृत विकास योजना बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा पंचकूला की एकीकृत विकास योजना के तेजी से क्रियान्वयन और पीएमडीए की स्थापना से न केवल पंचकूला का समग्र विकास सुनिश्चित होगा, बल्कि इससे हरियाणा को ईज ऑफ लिविंग एंड बिजनेस इंडेक्स में सुधार करने में भी मदद मिलेगी।
पंचकूला को आर्थिक राजधानी बनाने का लक्ष्य
वर्ष 2019 में दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से मनोहर लाल की पंचकूला को हरियाणा की दूसरी ‘आर्थिक राजधानी’ के रूप में विकसित करने की परिकल्पना जल्द मूर्त रूप लेने जा रही है। इस उद्देश्य के लिए पंचकूला को ‘सेंटर ऑफ एक्सिलेंस’ के रूप में विकसित करने के लिए ‘पंचकूला इंटिग्रेटिड प्लान’ तैयार किया गया, जिसकी मुख्यमंत्री द्वारा स्वयं निरंतर समीक्षा की गई। इस दिशा में बढ़ते हुए मुख्यमंत्री ने कुछ ऐतिहासिक फैसले भी लिए। पंचकूला के समेकित विकास की भावी योजनाओं को सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंचकूला के समग्र विकास को सुनिश्चित करने और निवेश के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में कई पहल कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्राई सिटी में पंचकूला हरियाणा का पहला पूर्व नियोजित शहर है। इसके शहरीकरण के लिए वर्ष 1972 में तैयार की गई पहली कार्ययोजना के बाद से आज तक पंचकूला ने बुनियादी ढांचे के विकास के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं के विकास से लेकर कईं बड़े बदलाव देखे हैं।
उन्होंने कहा कि पंचकूला के समग्र विकास और यहां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए हाल ही में राज्य सरकार ने पंचकूला में विभिन्न विकास शुल्क और करों को लगभग एक तिहाई कम किया है और इन्हें मोहाली और ज़ीरकपुर के बराबर लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि ईडीसी और आईडीसी को कम करने के निर्णय से जहां एक ओर पंचकूला का समग्र विकास सुनिश्चित होगा तो वहीं दूसरी ओर पंचकूला को स्मार्ट सिटी, पर्यटन स्थल, शिक्षा और मेडिसिटी हब के रूप में विकसित करने की योजना के क्रियान्वयन में अहम लाभ होगा।
पंचकूला में खुलेंगे आधुनिक सुविधाओं से युक्त दो बड़े अस्पताल
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला को मेडिकल हब के रूप में विकसित करने की दिशा में यहां आधुनिक सुविधाओं से युक्त दो बड़े अस्पताल सेक्टर-32 और सेक्टर-5 सी में खोले जाएंगे। इसके अलावा, पंचकूला के सेक्टर-3 में 22 करोड़ रुपये की लागत से प्रदेश की पहली संयुक्त फूड व ड्रग टेस्टिंग लैब खोली जा रही है। थापली में वेलनेस सेंटर और पंचकर्मा केंद्र स्थापित किया जा रहा है। साथ ही, पंचकूला में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है।
मनोहर लाल ने कहा कि पंचकूला में एजुकेशन सिटी स्थापित करने के लिए गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं। नगर निगम क्षेत्र में चंडी मंदिर में इसके लिए जगह की तलाश की गई है। इसके अलावा, सेक्टर-23, पंचकूला में राष्ट्रीय फैशन प्रोद्योगिकी संस्थान (निफट) की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि पंचकूला के सेक्टर-26 में नया संस्कृति मॉडल स्कूल खोला गया और सेक्टर-31 में 1.66 करोड़ रुपये की लागत से प्राथमिक विद्यालय का निर्माण किया गया है।
बरवाला में फार्मा उद्योग को बढ़ावा देने की योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि पंचकूला हिमाचल और दिल्ली का गेट-वे है, इसलिए पंचकूला में निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए पंचकूला को औद्योगिक और लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित करने की योजना है। इस दिशा में बढ़ते हुए बरवाला में दवा उद्योग के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार उद्योगपतियों के सम्पर्क में है । इसके लिए बद्दी इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के साथ बैठक हो चुकी है और आगे की योजना तैयार की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि बरवाला को औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित करने, पंचकूला आई.टी. पार्क को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के साथ संचालित करने जैसे निर्णय लिए गए हैं।
पैराग्लाइडर के लिए मोरनी को एडवेंचर स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकूला का मोरनी अपने हरे भरे वातावरण के लिए जाना जाता है और यही कारण है कि यह शहर आगंतुकों जो पंचकूला से होकर गुजरने वाली खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाओं का आनंद लेना चाहते हैं, उनके लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है।
इसे देखते हुए राज्य सरकार ने पंचकूला को टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के लिए मोरनी में पैराग्लाईडिंग सुविधाओं को विकसित किया है। वहां आगामी 20 जून, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पैराग्लाइडिंग की शुरूआत की जाएगी। पैराग्लाइडिंग खेल में काफी जोखिम रहता है इसलिए प्रतिभागियों के बीमा आदि का भी प्रावधान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पर्वतारोहण को बढ़ावा देने के लिए ट्रैकिंग रूट ऐसे बनाए जाएंगे, ताकि युवा सायं के समय आसानी से गंतव्य स्थल पर पहुंच जाएं। होम स्टे/फार्म स्टे पॉलिसी तैयार कर ली गई है और जल्द ही इसे लागू किया जाएगा।
इसके अलावा, पहाड़ों के लिए टूरिज्म सर्किट रूट, माउंटेन ट्रेल और माउंटेन बाइकिंग के लिए रास्तों की पहचान की गई है। कोविड-19 महामारी के कारण इन्हें शुरू नहीं किया जा सका है। हालात सामान्य होने पर इनका शुभारंभ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंचकूला में नाडा साहिब गुरुद्वारा व माता मनसा देवी मंदिर में 54 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत के विकास कार्य प्रगति पर हैं। साथ ही, प्रदेश के नागरिकों को गौरवशाली इतिहास से अवगत करवाने के लिए पंचकूला के सेक्टर-5 में एक स्टेट-ऑफ-आर्ट पुरातात्विक संग्रहालय स्थापित किया जा रहा है।
मजबूत सड़क तंत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क संपर्क को मजबूत करना किसी भी योजना का सबसे जरूरी हिस्सा है। चूंकि पंचकूला राजमार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, इसलिए हरियाणा सरकार पंचकूला आने वाले यात्रियों को सुगम और सुव्यवस्थित सड़क तंत्र मुहैया करवाने की दिशा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि चण्डीगढ़ एयरपोर्ट से पंचकूला की कनेक्टिविटी का कार्य प्रगति पर है। इसके लिए घग्गर नदी पर पुल भी निर्माणाधीन है।
इसके अलावा, पिंजौर हवाई पट्टी का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इसके पूरा होने के बाद जल्द ही लोग एयर टैक्सी सेवा का लाभ उठा सकेंगे, जो हिंडन, शिमला, धर्मशाला, कुल्लू-मनाली आदि पर्यटन स्थलों के लिए शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मोरनी और टिक्करताल आदि पर्यटन स्थलों तक सुगम यातायात के लिए सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है।
पंचकूला-मंधाना-मोरनी-टिक्करताल-रायपुररानी सड़कों को भी चौड़ा किया जा रहा है ताकि पर्यटकों का आवागमन सुगम हो सके। साथ ही, रामगढ़ से हिमाचल प्रदेश को जोड़ने के लिए नई सड़क का निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नक्षत्र, सुगंध वाटिका और राशि वन किए जाएंगे स्थापित
मनोहर लाल ने कहा कि पंचकूला के हरे भरे वातावरण को बढ़ावा देने और इसे संरक्षित करने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसके लिए पंचकूला से मोरनी रोड के किनारे लगभग 20 एकड़ में नक्षत्र वाटिका, सुगंध वाटिका और राशि वन स्थापित करने का कार्य चल रहा है।
उन्होंने कहा कि नक्षत्र वाटिका में सभी 27 नक्षत्रों से संबंधित पौधे लगाए जाएंगे और इनके बारे में विस्तृत जानकारी भी उपलब्ध होगी। सुगंध वाटिका में सुगंध बिखेरने वाले पौधे लगाए जाएंगे और आसपास के किसानों को ऐसे पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाएगा ताकि सुगंधित तेल बनाने वाले उद्योग में किसान अपनी फसल बेच कर अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें।
इसी प्रकार, राशि वन में सभी 12 राशियों से संबंधित पौधों का रोपण किया जाएगा और इन पौधों और राशियों के बारे में पर्यटकों को जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए पहला फास्ट ई-वाहन चार्जिंग स्टेशन अक्षय ऊर्जा भवन, पंचकूला में स्थापित किया गया है।
पिंजौर के विकास पर अधिक जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिंजौर का विकास पंचकूला की एकीकृत विकास योजना का एक अहम हिस्सा है, इसके लिए वहां फिल्म सिटी बनाने की व्यापक योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा पिंजौर की मंडी को भी पंचकूला के समग्र विकास की योजना में शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि किसानों को उनके फलों एवं सब्जी का उचित मूल्य दिलवाने तथा उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर ताजा फल एवं सब्जियां उपलब्ध करवाने के लिए पंचकूला के सेक्टर-20 में किसान बाजार शुरू किया गया है।
डम्पिंग ग्राउण्ड 31 दिसम्बर 2021 तक झूरीवाला में होगा शिफ्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेक्टर-23 के डम्पिंग ग्राउण्ड में कूड़ा डालना तत्काल बंद करने के साथ-साथ डम्पिंग ग्राउण्ड को 31 दिसम्बर 2021 तक झूरीवाला में पूरी तरह शिफ्ट किया जाएगा। वहां कूड़ा- कचरा पहुंचाना शुरू कर दिया गया है और ठोस कचरा प्रबंधन संयंत्र भी लगाया गया है।
एसडीजी रिपोर्ट में हरियाणा रहा सबसे आगे
मुख्यमंत्री ने नीति आयोग के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स में हरियाणा को पहला स्थान दिलाने में सहयोग करने वाले संबंधित अधिकारियों के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह गर्व की बात है कि राज्य ने पिछली बार के मुकाबले सबसे ज्यादा सुधार किया है।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार हरियाणा को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा की श्रेणी में 100 प्रतिशत अंक मिले हैं। इतना ही नहीं, सतत उपभोग, ज़ीरो हंगर सहित अन्य श्रेणियों में भी हरियाणा ने काफी सुधार किया है।
इस मौके पर हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता, वन एवं वन्य जीव विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती जी अनुपमा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, पंचकूला के उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार विनोद मेहता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।