CHANDIGARH: पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और डिप्टी मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की अपनी जिम्मेदारियों से कायरों की तरह भागने को लेकर निंदा की है।
यहां सीनियर कांग्रेसी नेता सुरिंदर सिंह खेड़की को पार्टी में शामिल करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए, कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि सुरक्षा को लेकर भारी चूक हुई थी और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व गृह विभाग का चार्ज संभालने वाले उप मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह रंधावा को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि असली नेता जिम्मेदारियां लेते हैं, ना कि दूसरों के सिर ठीकरा फोड़ते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का जिक्र करते हुए कहा कि यह नेतृत्व नहीं, बल्कि कायरता की निशानी है, जो गत दिवस प्रधानमंत्री के फिरोजपुर दौरे के दौरान सुरक्षा में हुई बड़ी चूक के लिए दूसरों पर आरोप डाल रहे हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री का व्यक्तिगत रूप से बठिंडा एयरपोर्ट पर स्वागत ना करने को लेकर मुख्यमंत्री चन्नी की आलोचना भी की।
कैप्टन अमरिंदर ने किसानों से भी अपील की कि वे सड़कों और रेलवे ट्रैक पर जाम लगाना बंद कर दें, बल्कि उन्हें अपने व पंजाब के हितों पर ध्यान देना चाहिए और वह बीते समय की तरह उन्हें समर्थन देंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उन्होंने टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर धरना देने के दौरान किसानों का समर्थन किया था और सिर्फ इतना ही नहीं प्रदर्शन के दौरान मरने वाले किसानों के लिए उन्होंने प्रति परिवार 5-5 लाख रुपये का मुआवजा और एक-एक सरकारी नौकरी भी दी थी।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि गत दिवस की घटना के चलते पंजाब की छवि को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया अलग-अलग विकास प्रोजेक्टों को शुरू करने जा रहे प्रधानमंत्री को सुरक्षित रास्ता मुहैया करवाने में पंजाब सरकार की असफलता को देख रही थी। उन्होंने कहा कि इससे अन्य क्षेत्रों में भी पंजाब को नुकसान हुआ है, क्योंकि प्रधानमंत्री को 43 हजार करोड़ रुपए के विकास प्रोजेक्टस को शुरू करना था, जिनमें कुछ अस्पताल व सड़कें भी शामिल थे, और अब इनमें देरी हो गई है।
कैप्टन अमरिंदर ने लोगों को सावधानीपूर्वक वोट देने और अरविंद केजरीवाल व नवजोत सिंह सिद्धू जैसे लोगों द्वारा किए जाने वाले झूठे वादों में ना फसने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जहां केजरीवाल हर महिला को 1000 रुपये प्रतिमाह देने का वादा कर रहे हैं, तो सिद्धू 2000 रुपये देने का वायदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब के सभी महिलाओं को हर माह 1000-1000 रुपये दिया जाए, तो राज्य को सिर्फ इसके लिए ही 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपए की जरूरत होगी, क्योंकि राज्य की कुल जनसंख्या में 1 करोड से अधिक महिलाएं हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या यह आर्थिक तौर पर मुमकिन है, क्योंकि पंजाब 5 लाख करोड़ रुपये के कर्ज के बोझ तले दबा है?
उन्होंने कहा कि पंजाब लोक कांग्रेस, भाजपा और शिरोमणि अकाली दल-संयुक्त राज्य में अगली सरकार बनाएंगे, क्योंकि लोग बदलाव चाहते हैं। यह चुनाव देश और राज्य की सुरक्षा के लिए हैं और जब तक राज्य सुरक्षित और शांत नहीं रहेगा, वह तरक्की नहीं कर सकता। तरक्की और खुशहाली के लिए शांति ना सिर्फ आज, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी जरूरी है।