CHANDIGARH, 14 AUGUST: स्वतंत्रता दिवस से पहले राज्य के लोगों को बड़ा तोहफा देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को भारत की आज़ादी की वर्षगाँठ के अवसर पर 76 नए आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी एक ट्वीट कर इस मील का पत्थर साबित होने वाले कदम के लिए मुख्यमंत्री और पंजाब के लोगों को मुबारकबाद दी और कहा कि लोगों के कल्याण के लिए यह ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि पंजाब की तरक्की को अब कोई नहीं रोक सकेगा, क्योंकि राज्य के लोगों ने अपने बेहतर भविष्य के लिए भगवंत मान सरकार को चुना है। उन्होंने कहा कि पंजाब की तरक्की को अब कोई नहीं रोक सकेगा, क्योंकि राज्य के लोगों ने अपने बेहतर भविष्य के लिए भगवंत मान सरकार को चुना है।
यहाँ आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित करने के बाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं उनके घर में ही मुहैया करवाने के लिए यह स्वास्थ्य क्रांति के नए युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि लोगों को मुफ़्त दवाएँ मुहैया करने के साथ-साथ यह क्लीनिक 41 तरह के टैस्ट मुफ़्त करने की सेवा भी दे रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि तंदुरुस्त स्वास्थ्य पर ध्यान देने के साथ-साथ इस कदम से लोगों का जीवन लम्बा करने में मदद मिलेगी।
पिछली सरकारों द्वारा आम आदमी की सेहत की ओर ध्यान न देने पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार लोगों को मानक स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित बनाने पर ज़ोर दे रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों के नेता अपना इलाज तो विदेशों से करवा लेते थे परन्तु आम आदमी को बिना बढिय़ा इलाज के किस्मत पर छोड़ देते थे। उन्होंने कहा कि यह नेता लोगों को केवल वोट बैंक ही समझते थे और उन्होंने कभी भी लोगों के जीवन और सेहत की परवाह नहीं की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की पुरज़ोर कोशिशों से पंजाब में स्वास्थ्य क्रांति के नए युग की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब कैंसर का मानक इलाज उपलब्ध है, जिस कारण अब इलाज के लिए लोगों को अन्य राज्यों में जाने की ज़रूरत नहीं है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य से पहले बीकानेर कैंसर अस्पताल के लिए खचाखच भरकर चलने वाली कैंसर ऐक्सप्रैस रेलगाड़ी अब खाली जाती है, क्योंकि लोगों को अब पंजाब में ही इलाज की सुविधा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में जिलों में खाली पड़े अधिकारियों के पद भरे जाएंगे और हैड्डक्वार्टरों से अधिकारियों की तैनाती फील्ड में की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों को जि़लों में काम अलॉट किया जाएगा, जिससे लोगों का कल्याण सुनिश्चित बने। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने पहले ही ऐसे अधिकारियों की डिप्टी कमिश्नरों और सीनियर सुपरीटेंडैंट ऑफ पुलिस के तौर पर तैनाती की है, जो लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब संतों,पीरों-फकीरों, पैगंबरों और शहीदों की धरती है, जिस कारण यह धरती संभावनाओं से भरी पड़ी है। यहाँ व्यापार और कारोबार के लिए असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब की जऱखेज़ ज़मीन पर नफऱत और वैर-विरोध के सिवा हरेक तरह के बीज अंकुरित हो सकते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सांप्रदायिक सद्भावना, आपसी-भाईचारे और शान्ति का केंद्र बिंदु है, जिस कारण राज्य मुल्क भर में निवेश के लिए सबसे अधिक प्राथमिकता वाला स्थान के तौर पर उभरा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सडक़ हादसों पर रोक लगाने और सडक़ों पर यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए पंजाब सरकार ने ‘सडक़ सुरक्षा फोर्स’ की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि अपनी तरह की यह पहली विशेष फोर्स पंजाब में रोज़ाना के घटने वाले सडक़ हादसों में जाने वाली कीमती जानें बचाने के लिए अहम भूमिका निभाएगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस फोर्स को सडक़ हादसों पर रोक लगाने के साथ-साथ गलत ड्राइविंग और सडक़ों पर वाहनों की गतिविधि को सुचारू करने का जि़म्मा सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि इससे थानों में तैनात मुलाजि़मों से काम का बोझ घटेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पहले पड़ाव में इस विशेष फोर्स में 1300 कर्मचारी भर्ती किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मूलभूत तौर पर 144 वाहन तैनात किए जाएंगे, जिनमें से 116 इसुज़ू वाहन होंगे, जो हरेक 30 किलोमीटर के दायरे में तैनात होंगे और 28 एस.यू.विज स्पीड राडार से लैस होंगे। भगवंत सिंह मान ने आगे कहा कि इन वाहनों में पूरी मेडिकल किट होगी, जिससे ज़रूरत पडऩे पर किसी मरीज़ को तत्काल रूप से इमरजैंसी इलाज सेवा दी जा सके।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार की सहृदय कोशिशों से पंजाब भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों के सहयोग से भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध पहले ही सख़्त कदम उठाए गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के साथ कतई लिहाज़ न बरतने की नीति पर चल रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि राज्य में नशों के विरुद्ध जंग शुरु करने के लिए नई नीति बनाई गई है। उन्होंने कहा कि खेल के ज़रिये नौजवानों की ताकत को रचनात्मकता की ओर लगाया जा रहा है। इसके अलावा राज्य सरकार नशों की सप्लाई लाईन को तोडऩे के लिए ज़ोरदार ढंग से कोशिशें कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस नशा विरोधी जंग के नतीजे जल्द ही लोगों के सामने ज़ाहिर होंगे, क्योंकि नशा मुक्त गाँवों को वित्तीय लाभ देने के साथ-साथ नशा पीडि़तों के पुनर्वास के लिए भी कोशिशें की जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी ऐलान किया कि गाँवों के सरपंचों के चयन को राजनीति से प्रेरित नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो गाँव सर्व-सहमति से सरपंचों का चयन करेंगे, उनको गाँवों के विकास के लिए ग्रांटें दी जाएंगी। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इसका मंतव्य यह सुनिश्चित बनाना है कि पंचायत मतदान में कोई हिंसा न हो और गाँवों में माहौल भाईचारक बना रहे। इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य शख्सियतों का समागम में पहुँचने पर स्वागत किया।