विश्वस्तरीय सुरक्षा प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा IQCU
CHANDIGARH, 9 DECEMBER: CISF ने देश के 68 हवाई अड्डों पर तैनात विमानन सुरक्षा समूह (ASG) के लिए एक आंतरिक गुणवत्ता नियंत्रण इकाई (IQCU) की स्थापना कर विमानन सुरक्षा को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। IQCU विश्व स्तरीय सुरक्षा प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह पहल नागरिक उड्यन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) द्वारा जारी राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन सुरक्षा गुणवत्ता नियंत्रण कार्यक्रम-2024 (NCASQCP) और विमान (सुरक्षा) नियम-2023 के अनुपालन में है।
CISF के प्रवक्ता ने बताया कि IQCU विमानन सुरक्षा नियंत्रण केंद्र (ASCC) का हिस्सा होगा, जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 22 जुलाई-2023 को किया था। ASCC अपने उन्नत घटकों जैसे घटना प्रबंधन केंद्र विमानन अनुसंधान और डेटा केंद्र, केंद्रीकृत संचार नियंत्रण केंद्र के साथ मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और भारतीय हवाई अड्डों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए IQCU के साथ मिलकर काम करेगा। यह प्रणाली क्षेत्रीय संपर्क योजना (उड़ान) के अंतर्गत आने वाले हवाई अड्डों को भी कवर करेगी।
IQCU का नेतृत्व CISF के वरिष्ठ अधिकारी और प्रमाणित विमानन सुरक्षा (AVSEC) प्रशिक्षकों, राष्ट्रीय लेखा परीक्षकों और अनुभवी कर्मियों की एक टीम द्वारा किया जाएगा, जो मानकीकृत प्रशिक्षण और मूल्यांकन विधियों के माध्यम से सभी हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रक्रियाओं में एकरूपता सुनिश्चित करने, क्षेत्र परीक्षणों और अंतर्राष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं के आधार पर नई तकनीकों को अपनाने की सिफारिश करने, सुरक्षा संचालन का मूल्यांकन करने और सुधारात्मक उपायों को लागू करने, CAO/BCAS दिशा-निर्देशों के आधार पर आंतरिक निरीक्षण और लेखा परीक्षा आयोजित करने, स्थापित मानकों को पूरा करने के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल की निगरानी, समीक्षा, अद्यतन करने, अनुपालन सुनिश्क्षित करने, प्रौद्योगिकी प्रभावशीलता और परिचालन दक्षता स्थापित करने, कमियों की पहचान करने और प्रदर्शन में सुधार करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (ICAO), BCAS और NCASQCP मानकों के अनुसार सभी एयरपोर्ट सिक्योरिटी ग्रुप से फीडबैक एकत्र करने और उसका विश्लेषण करने का काम करेगी।
CISF के प्रवक्ता ने कहा कि CISF सुरक्षा कार्यों की प्रभावशीलता को बढ़ाने, जोखिमों को कम करने तथा मजबूत विमानन सुरक्षा प्रणाली बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।