CHANDIGARH: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एस.एन. अग्रवाल द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल पर लिखित तीन पुस्तकों का विमोचन किया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एक प्रवक्ता ने बताया कि तीन पुस्तकों में से दो पुस्तकें देश की आजादी के बाद भारत में रियासतों के एकीकरण पर हैं। ‘सरदार पटेल, द सुप्रीम आर्किटेक्ट इन यूनिफिकेशन ऑफ इंडिया’ वॉल्यूम -1, 25 जून, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन द्वारा राज्यों के गठन के बारे में है, जिसने सरदार पटेल को राज्यों का प्रभारी मंत्री बनाया।
पुस्तक पर अधिक जानकारी सांझा करते हुए प्रवक्ता ने कहा कि सरदार पटेल ने भारतीय प्रभुत्व को स्वीकार करने को राजाओं, महाराजाओं और नवाबों को प्रेरित करने के लिए देशभक्तिपूर्ण भाषण दिया। इसका उन पर एक चुंबकीय प्रभाव पड़ा और एक-एक करके वे भारतीय प्रभुत्व में शामिल हुए। पुस्तक का दूसरा वॉल्यूम हैदराबाद के निज़ाम के अडिय़ल रवैये से संबंधित है जो एक स्वतंत्र राज्य का सपना देख रहा था, जबकि तीसरा वॉल्यूम जिसका शीर्षक ‘‘हेड सरदार पटेल बीन द फस्र्ट प्राइम मिनिस्टर’’ सरदार पटेल के व्यक्तित्व पर है ।