डेंगू और मलेरिया के खि़लाफ़ व्यापक स्तर पर मुहिम शुरु करने की ज़रूरत पर ज़ोर
CHANDIGARH, 4 AUGUST: कोविड-19 के मामलों में हाल ही में हुए वृद्धि के मद्देनज़र पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज कोविड महामारी की किसी भी नयी लहर का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों का जायज़ा लिया। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने विभाग को महामारी की रोकथाम के लिए अपेक्षित एहतियात बरतने संबंधी लोगों को सचेत करने के लिए तुरंत विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करने के लिए कहा।
उन्होंने कहा कि लोगों को कोविड-19 महामारी के प्रभाव से बचाने को यकीनी बनाना समय की ज़रूरत है। उन्होंने आगे कहा कि विभाग को किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुख़्ता तैयारी कर लेनी चाहिए। मीटिंग के दौरान भगवंत मान ने इस महामारी के साथ कारगर ढंग से निपटने के लिए विभाग की तैयारियों की भी समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने मलेरिया और डेंगू जैसी बरसाती मौसम वाली बीमारियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से किये गए प्रबंधों का जायज़ा भी लिया। उन्होंने विभाग को इन बीमारियों से निपटने के लिए उचित मात्रा में दवाएँ और अन्य साजो-सामान के व्यवस्था यकीनी बनाने के लिए कहा।
भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अन्य विभागों के साथ भी तालमेल करना चाहिए। बड़े स्तर पर जागरूकता मुहिम की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड, डेंगू और मलेरिया से बचाव संबंधी लोगों को अवगत करवाने के लिए यह मुहिम बहुत मददगार होगी। भगवंत मान ने कहा कि लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक एहतियात बरतने के लिए जागरूक करने के लिए यह समय की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि ग़ैर-सरकारी संगठनों और आम लोगों के सहयोग से इस दिशा में हर संभव कदम उठाया जायेगा। अन्य मुद्दों संबंधी बात करते हुये मुख्यमंत्री ने विभाग को एस.ए.एस. नगर ( मोहाली) में पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर और बाइलरी सायंसज़ स्थापित करने के काम में तेज़ी लाने के लिए कहा। उन्होंने अधिकारियों को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि इस प्रतिष्ठित प्रोजैक्ट का काम दिसंबर, 2022 तक मुकम्मल होना यकीनी बनाया जाये। भगवंत मान ने उम्मीद अभिव्यक्त की कि यह प्रोजैक्ट लोगों को सस्ती दरों पर मानक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करेगा।