कहा- कैप्टन ने पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा
CHANDIGARH, 3 JULY: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अमरिन्दर सिंह की आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि ख़ुद को समझदार कहने वाले पटियाले के इस वारिस ने राज्य को बर्बाद कर दिया है।
यहाँ जारी बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरा पंजाब जानता है कि कैप्टन को हमेशा राज्य और यहाँ के लोगों की बजाय अपनी कुर्सी की चिंता रही है। उन्होंने कहा कि अपने आप को महलों में कैद कर कर कैप्टन ने सत्ता में रहते हुए राज्य के हितों को पूरी तरह अनदेखा किया है। भगवंत मान ने कहा कि इतिहास गवाह है कि कैप्टन ने हमेशा पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी पंजाबी इस बात को कभी नहीं भूल सकता कि कैप्टन के पूर्वजों ने अपने स्वार्थों के लिए मुगलों और अंग्रेज़ों का साथ दिया था और उन्होंने बर्तानवी शासन के दौरान देश की आज़ादी के लिए लड़ रहे देश भगतों पर अनगिनत अत्याचार किये थे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने पूर्वजों की राह पर चलते अपने राजनैतिक हितों की पूर्ति के लिए ज़रूरत पड़ने पर कांग्रेस और अकालियों के साथ सांझ डाली। भगवंत मान ने कहा कि भाजपा के 700 से अधिक किसानों की शहादत के लिए ज़िम्मेदार होने के बावजूद कैप्टन ने अब एक बार फिर पंजाब और किसान विरोधी भगवा पार्टी के साथ हाथ मिलाने का फ़ैसला किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘ सत्ता के भूखे’ कैप्टन ने सिर्फ़ सत्ता की ख़ातिर ही पक्ष बदला है, जोकि उस के पूर्वजों ने 1919 में जलियांवाला बाग़ के संहार के दौरान अंग्रेज़ों का साथ देकर किया था। उन्होंने कहा कि कैप्टन पहले ही किसानों और पंजाबियों के साथ किये धोखे की सजा भुगत चुके हैं क्योंकि लोगों ने उसे राज्य के राजनैतिक अखाड़े से बेदख़ल कर दिया है। भगवंत मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि 2022 के मतदान में उनके सभी उम्मीदवारों की ज़मानतें ज़ब्त हो चुकी हैं परन्तु अब राजनैतिक मैदान में आने के लिए कैप्टन राज्य में बेबुनियाद और भ्रामक बयानबाज़ी कर रहे हैं, जिस को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।