महान शहीदों की गौरवमयी विरासत को कायम रखने की वचनबद्धता दोहराई
CHANDIGARH, 23 MARCH: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह की गौरवमयी विरासत को लम्बे समय तक कायम रखने के लिए हुसैनीवाला यादगार के मुकम्मल कायाकल्प का ऐलान किया है।
शहीद भगत सिंह, शहीद राजगुरू और शहीद सुखदेव को श्रद्धाँजलि भेंट करने के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि हर देश निवासी के लिए यह धरती पवित्र है क्योंकि बर्तानवी हकूमत ने इन शूरवीर योद्धाओं को शहीद करने के बाद यहाँ संस्कार किया था। उन्होंने कहा कि यह जगह नौजवान पीढ़ियों को देश की निःस्वार्थ सेवा के लिए प्रेरित करती रहेगी। भगवंत मान ने कहा कि इस स्थान के व्यापक विकास के लिए नक्शा तैयार किया जा रहा है जिससे शहीदों को श्रद्धा के फूल भेंट करने के लिए रोज़मर्रा के सैंकड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको मान है कि वह स्वतंत्रता संग्राम में मातृभूमि के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले शहीदों को श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए इस पवित्र धरती पर आए। भगवंत मान ने कहा कि शहीद- ए-आज़म भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए राज्य सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़गी। उन्होंने कहा कि समूचा देश अपने इस सच्चे सपूत का हमेशा कर्ज़दार रहेगा, जिसने 23 साल की छोटी उम्र में बर्तानवी साम्राज्यवाद के चंगुल में से देश को आज़ाद करवाने के लिए अपना बलिदान दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फ़िरोज़पुर की मौजूदा तकनीकी यूनिवर्सिटी का किसी अन्य यूनिवर्सिटी में विलय नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे सरहदी ज़िले के नौजवान देश की सामाजिक-आर्थिक तरक्की में सक्रिय हिस्सेदार बनने के योग्य होंगे। भगवंत मान ने कहा कि हुनरमंद प्रशिक्षण नौजवानों के लिए रोज़गार के नये मौके पैदा करेगा, जिससे राज्य से होते प्रतिभा पलायन भी रोका जा सकेगा।
यह पवित्र धरती शहीदों को श्रद्धाँजलि भेंट करने के लिए दुनिया भर से आने वाले सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य सरकार जल्द हुसैनीवाला में टैंट सिटी का निर्माण करेगी जिससे यहाँ आने वाले सैलानियों का ठहराव आरामदायक रहे। भगवंत मान ने कहा कि हुसैनीवाला अजायब घर के कायाकल्प की योजना भी विचाराधीन है और राज्य सरकार जल्द इसको अंतिम रूप देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद भगत सिंह ने छोटी उम्र में ही राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होकर देश को ग़ुलामी की जंजीरों से आज़ाद करवाने के लिए अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि देश की बिना स्वार्थ सेवा करने के लिए शहीद-ए-आज़म हमेशा नौजवानों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। भगवंत मान ने नौजवानों को न्योता दिया कि मुल्क को प्रगतिशील और ख़ुशहाली की तरफ लेकर जाने के लिए शहीद भगत सिंह के पद चिन्हों पर चलें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की कोशिशों स्वरूप मोहाली हवाई अड्डे का नाम शहीद भगत सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखा गया। उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही हवाई अड्डे के नज़दीक इस महान शहीद की आधुनिक प्रतिमा लगायी जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि यह राज्य सरकार की तरफ से इस महान नायक को विनम्र सी श्रद्धाँजलि होगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रांतीय विधान सभा ने हलवारा हवाई अड्डे का नाम शहीद करतार सिंह सराभा के नाम पर रखने के लिए प्रस्ताव पास करके भारत सरकार से अपील की है। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र मंतव्य आने वाली पीढ़ियों को अपने इन महान नायकों की बलिदानों से अवगत करवाना है। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इन नायकों के योगदान को पूरी तरह अनदेखा किए रखा परन्तु हमारी सरकार इन शूरवीरों की विरासत को लम्बे समय तक कायम रखने के लिए हर यत्न करने के लिए वचनबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने फ़िरोज़पुर को देश भर में से बड़ा टूरिस्ट हब बनाने का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इस सरहदी शहर में पर्यटन के लिए बेहद अधिक संभावनाएं हैं, जो कोई अब तक तलाशी नहीं गई। भगवंत मान ने कहा कि हमारी सरकार इस शहर को विकसित करके पर्यटन पक्ष से विश्व के नक्शे पर लाने के लिए वचनबद्ध है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सांझी चैक पोस्ट पर बी. एस. एफ. द्वारा बनाऐ जाने वाली जंगी यादगार का भी नींव पत्थर रखा। उन्होंने उम्मीद जताई कि 12 लाख रुपए की लागत के साथ बनने वाली यह जंगी यादगार देश की सरहदों की रक्षा के लिए बी. एस. एफ. द्वारा डाले गौरवमयी योगदान को उचित तरीके के साथ दिखाऐगी। भगवंत मान ने ज़िला प्रशासन की तरफ से हुसैनीवाला में खोली सोवीनर शॉप भी लोगों को समर्पित की।