रक्तवीर अमित खंडेलवाल की पुण्यतिथि पर किया गया यह 23वां आयोजन, 80 लोगों ने किया खून दान
PANCHKULA, 3 JULY: चंद्रशेखर आजाद चैरिटेबल ट्रस्ट पंचकूला ने आज रक्तवीर अमित खंडेलवाल की पुण्यतिथि पर 23वां रक्तदान शिविर आयोजित किया, जिसमें 80 रक्तदानियों ने अपना खून दान किय़ा। यह आयोजन सेक्टर 12-ए पंचकूला के हरि हर मंदिर परिसर में किया गया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे चंडीगढ़ ट्राइसिटी के प्रमुख मार्बल उद्योगपति एवं कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रेडर्स (CAT) के राष्ट्रीय सचिव तथा चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग ने शिविर में रक्तदान करने वालों को सम्मानित किया।
इस शिविर की मुख्य अतिथि हरियाणा की शिक्षा मंत्री श्रीमती सीमा त्रिखा थीं, जबकि हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्री, वरिष्ठ भाजपा नेता श्रीमती रंजीता मेहता, आईआरसीएस हरियाणा शाखा चंडीगढ़ के महासचिव डॉ. मुकेश अग्रवाल तथा मनोज मल्होत्रा मन्नू भाई विशिष्ट अतिथि थे। आयोजन समिति के वरिष्ठ सदस्य सौरव चौधरी ने बताया कि चंद्रशेखर आजाद चैरिटेबल ट्रस्ट पंचकूला के प्रमुख रहे अमित खंडेलवाल की याद में उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर ट्रस्ट की तरफ से हर साल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। यह ट्रस्ट समाज सेवा के कई तरह के कार्यों में संलग्न रहता है, जिसमें गौसेवा विशेष है। किसी भी तरह घायल हो जाने वाली गायों का इलाज भी यह ट्रस्ट करवाता है। आज के रक्तदान शिविर में चंद्रशेखर आजाद चैरिटेबल ट्रस्ट पंचकूला की टीम के अलावा अन्य समाजसेवी युवाओं ने खासा उत्साह दिखाया और शिविर में बढ़-चढ़कर भाग लिया।
इस अवसर पर रक्तदानियों को सम्मानित करते हुए चंडीगढ़ ट्राइसिटी के प्रमुख मार्बल उद्योगपति एवं कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिय़ा ट्रेडर्स (CAT) के राष्ट्रीय सचिव तथा चंडीगढ़ चैप्टर के अध्यक्ष हरीश गर्ग ने कहा कि रक्तदान महादान है। मनुष्य जीवन में इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता। व्यक्ति अपना खून दान करके दूसरों के जीवन को बचाने का काम करता है। किसी को जीवन देने जैसा पुण्य काम कोई और नहीं हो सकता। हरीश गर्ग ने लोगों को अपने जीवन में कम से कम वर्ष में एक बार रक्तदान जरूर करने के लिए प्रेरित किया। हरीश गर्ग ने चंद्रशेखर आजाद चैरिटेबल ट्रस्ट पंचकूला द्वारा किए जा रहे समाजसेवा के कार्यों की प्रशंसा करते हुए ट्रस्ट की टीम के प्रयासों की सराहना की। गर्ग ने कहा कि अस्पतालों में खून की जरूरत व उपलब्धता के बीच के अंतर को देखते हुए इस तरह के रक्तदान शिविर लगाया जाना समय की मांग है। अन्य युवाओं को भी इससे प्रेरणा लेनी चाहिए।