महिला कांग्रेस ने मेरे बुजुर्ग-मेरा दायित्व मुहिम के अंतर्गत चंडीगढ़ के बुजुर्गों की सेहत व सुरक्षा का बीड़ा फिर उठाया
CHANDIGARH: आज फेसबुक लाइव के माध्यम से चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने शहरवासियों के साथ अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि लॉकडाउन या नाइट कर्फ्यू कोरोना से मुक्ति पाने का एकमात्र उपाय नहीं है। कल प्रधानमंत्री के भाषण में उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि देश में लॉकडाउन कोरोना से बचने का आखिरी विकल्प है। अगर उनकी बात को सही माना जाए तो चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा चंडीगढ़ में लॉकडाउन व नाइट कर्फ्यू का आदेश यह संकेत करता है कि चंडीगढ़ में कोरोना महामारी के हालात बहुत ज्यादा खराब हैं।
मेडिकल सुविधाओं की कमी दिल दहला रही
दीपा दुबे ने कहा कि 21% संक्रमण दर यह दर्शाती है कि कोरोना महामारी का प्रकोप चंडीगढ़ में दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पिछले शुक्रवार को 2 दिन का वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया और काफी दिन से रात का कर्फ्यू चल रहा है लेकिन इसके पश्चात भी न तो कोरोना संक्रमण दर में कमी हुई, न ही मौतों की दर में कमी आई। इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि लॉकडाउन या कर्फ्यू कोरोना को रोकने में अक्षम है। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रकोप के चलते अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन अस्पतालों में बैड की कमी, ऑक्सीजन की कमी, औषधि की कमी, टीके की कमी, वेंटिलेटर की कमी और वॉलिंटियर्स की कमी दिल दहला देती है कि आने वाला सप्ताह किस तरह का होगा।
मजदूर वर्ग में भय का माहौल
दीपा दुबे ने कहा कि लॉकडाउन नाम सुनते ही मजदूर भाइयों का अपने गांव को पलायन यह दर्शा रहा है कि गरीबों के मन में भय का माहौल है कि कहीं पहले जैसी समस्याएं खड़ी हो गई तो जीवन व्यापन कैसे होगा ? डॉक्टरों का कहना है कि कोविड टीके की पहली खुराक के बाद लोगों का कोरोना संक्रमित होना अधिक पाया जा रहा है। यह भी देखने में आया है कि जो व्यक्ति वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके हैं, वह भी फिर कोरोना से संक्रमिक हो गए। इससे यह सिद्ध होता है कि टीका लगवाना सिर्फ अपनी मानसिक शक्ति को प्रबल करना है कि अब टीका लगने के बाद व्यक्ति कोरोना ग्रस्त नहीं होगा। फिर यह समझ नहीं आया कि टीका लगवाने का क्या फायदा, टीकाकरण सरकार का जुमला तो नहीं?
लोग एक-दूसरे से संपर्क में रहें
दीपा दुबे ने कहा कि हम सभी एक अत्यंत कठिन दौर से गुजर रहे हैं। कई परिवारों में परेशानी चल रही है। मेरा अनुरोध है कि सभी एक-दूसरे के लगातार संपर्क में रहें। बिना झिझक अपनी तकलीफ और आवश्यकताएं सांझा करें। यह वक्त भी गुजर जाएगा, दवा से ज्यादा हौसले की जरूरत है। किसी भी परिस्थिति में मनोबल कम न होने दें, अपितु दूसरों की भी हिम्मत बढ़ाएं।
महिला कांग्रेस बुजुर्गों की हर सम्भव मदद करेगी
चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महिला कांग्रेस ने पिछले साल बुजुर्गों की देखरेख के लिए एक मुहिम चलाई थी, जिसका नाम मेरा बुजुर्ग-मेरा दायित्व था। उसी मुहिम के अंतर्गत कोरोना की दूसरी लहर में फिर चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की हर एक सदस्य चंडीगढ़ के हर जरूरतमंद बुजुर्ग की सेवा व सुरक्षा के लिए खड़ी है। दीपा दुबे ने शहरवासियों से अपील की कि हम सबको इस बीमारी से एक साथ होकर लड़ना होगा। चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता शहर के नागरिकों के साथ है और सहायता के लिए तत्पर है।