कहा- अपने गलत फैसलों की वजह से बीजेपी पार्षदों को ही नगर निगम के खिलाफ कहीं धरने पर बैठना पड़ा तो कहीं मुर्दाबाद के नारों से स्वागत करवाना पड़ा
CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज फिर भाजपा को घेरते हुए कहा है कि चंडीगढ़ की जनता जनहित के खिलाफ फैसले लेने के कारण नगर निगम चुनाव में भाजपा को जरूर सबक सिखाएगी।
जनविरोधी नीतियों का खामियाजा तो भाजपा को अब भुगतना ही पड़ेगा
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के अलावा कांग्रेस नेताओं मुकेश बस्सी, कुलवंत सिंह दरिया, रूपिंदर सिंह, राज नागपाल, मनजीत चौहान, अमरजीत गुजराल, बलराज सिंह, हाकम सरहदी, दलजीत सिंह पलसोरा, परमजीत सिंह, गुरपाल अटवाल, राजिंदर बहलाना, मोहन लाल पलसोरा, सोहन लाल बुड़ैल, दविन्दर सिंह, गगन अहलूवालिया, भुवन लूथरा, धर्मवीर दिसोदिया, कमलेश चौधरी व दविन्दरपाल ने एक संयुक्त बयान में कहा कि अपने गलत फैसलों की वजह से बीजेपी पार्षदों को ही नगर निगम के खिलाफ कहीं धरने पर बैठना पड़ा तो कहीं मुर्दाबाद के नारों से स्वागत करवाना पड़ा। गलत फैसलों व जनविरोधी नीतियों का खामियाजा तो भाजपा को अब भुगतना ही पड़ेगा।
हमदर्दी का नाटक कर रहे भाजपा नेता
उन्होंने कहा कि बार-बार लोगों को परेशान करवाकर अब भाजपा नेता हमदर्दी का नाटक कर रहे हैं। चाहे सेक्टर-23 के शेड का मामला हो या सेक्टर-25 के कुम्हारों पर जुर्माने का मामला हो, भाजपा पार्षदों ने खुद ही नगर निगम मीटिंग में कुम्हारों व स्वीपर्स और डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने वालों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए और बाद में घडिय़ाली आंसू बहाने के लिए दोनों के प्रदर्शन में पहुंच गए। उन्होंने कहा कि जब गरीबों के हकों का शोषण कर रहे थे, तब भारतीय जनता पार्टी के पार्षद सत्ता के नशे में चूर थे तथा भ्रष्टाचार व अनियमितताओं में व्यस्त थे।
जनता के प्रति जवाबदेही से भाग रही मेयर
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मेयर और भाजपा पार्षद पार्टी के दफ्तर में प्रोग्राम में जा सकते हैं लेकिन मेयर नगर निगम मीटिंग के लिए कोरोना का बहाना बनाकर जनता के प्रति जवाबदेही से भाग रही हैं। इसी से भाजपा का ड्रामा समझा जा सकता है कि पानी के रेट तीन गुना बढ़ाने, सफाई कर्मचारियों व डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्शन वालों की हड़ताल से पीछा छुड़वाने के लिए किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम हाउस की मीटिंग न करना भाजपा का एक प्लान था। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती है।