प्रदेश कांग्रेस इस महीने केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लगातार आयोजित कर रही रैलियां: राजीव शर्मा
CHANDIGARH, 24 JULY: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लक्की की अध्यक्षता में हुई बैठक में महंगाई के मुद्दे पर अपनी अगली बड़ी रैली केन्द्र सरकार द्वारा खाद्य और आवश्यक वस्तुओं पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगाए जाने के असंवेदनशील फैसले के विरोध में आयोजित करने का फैसला किया। चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस इस महीने केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लगातार मुद्रास्फीति विरोधी रैलियां आयोजित कर रही है।
पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजीव शर्मा ने पैकेज्ड दूध, पनीर, दही, दालें, गेहूं का आटा, और कई अन्य आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगाने को असंवेदनशील और क्रूर करार देते हुए कहा कि खाद्य पदार्थों पर बिना सोचे-समझे कर लगाने से आम लोगों का दैनिक जीवन दूभर हो जाएगा, जो पहले से ही 15% प्रति वर्ष की उच्च दर से थोक मुद्रास्फीति, पेट्रोल और डीजल की दुनिया में सर्वाधिक कीमतों, रुपये के गिरते मूल्य, घटते विदेशी मुद्रा भंडार और बेरोजगारी की रिकॉर्ड दर से जूझ रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि भारत पहले से ही कुपोषण का सामना करने वाले देशों की सीढ़ी पर निचले पायदानों पर है। भूख पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे 116 देशों में से विश्व के भूख सूचकांक में भारत का रैंक 101 है। ऐसी स्थिति में दूध और दूध के उत्पादों की कीमतों में और वृद्धि देश में कुपोषित बच्चों की संख्या को कई गुना बढ़ा देगी, जिससे देश का भविष्य ही खतरे में पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों पर लगाया गया यह कर किसी भी पैमाने पर देश और देश की जनता के हितों के अनूकूल नहीं है और इससे समाज के मध्यम और गरीब वर्गों की आर्थिक स्थिति और खराब हो जाने की पूरी सम्भावना है। इसके अलावा ऐसी आशंका है कि खाद्य पदार्थों की बड़ी हुई कीमतों से आने वाली पीढ़ी के स्वास्थ्य को अपूरणीय क्षति हो सकती है। राजीव शर्मा ने कहा कि चंडीगढ़ कांग्रेस ने केंद्र सरकार से इस देश के लोगों, विशेष रूप से बढ़ते हूए बच्चों और शिशुओं को कुछ राहत देने के लिए आवश्यक खाद्य पदार्थों पर थोपा गया कर तत्काल प्रभाव से वापस लेने का आग्रह किया है।