अगले 36 घंटों के अंदर प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला करेंगे अपनी टीम की घोषणा
CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी को पार्टी हाईकमान ने आखिरकार शुक्रवार को देर शाम हरी झंडी दे दी। अगले 36 घंटों के अंदर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला इसकी घोषणा कर देंगे। सबसे खास बात यह है कि कांग्रेस हाईकमान ने फिलहाल लगभग पुरानी कमेटी को ही साथ लेकर नगर निगम चुनाव में उतरने का फैसला किया है। यह बात अलग है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के कुछ बेहद नजदीकी समर्थकों के नामों पर इसमें कैंची चला दी गई है। यही नहीं, प्रदेश कार्यकारिणी को इस बार वृहद रूप दिया गया है। इस लिहाज से चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी अब तक की सबसे बड़ी कार्यकारिणी होगी।
5 महीने लगे कमेटी फाइनल करने में
बता दें कि गत 9 फरवरी को कांग्रेस हाईकमान ने तत्कालीन चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा को पद से हटाकर सुभाष चावला को नया प्रदेश प्रधान बना दिया था। ऐसे में नई प्रदेश कमेटी का गठन भी जरूरी हो गया था। 21 फरवरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर सुभाष चावला की ताजपोशी के समारोह में ही संगठन प्रभारी हरीश रावत ने चावला को 15 दिन में प्रदेश कमेटी और 25 दिन में ब्लॉक व बूथ कमेटियों का गठन कर देने का निर्देश दिया था लेकिन प्रदेश नेतृत्व परिवर्तन के बाद पार्टी में बने गुटीय व कलह के माहौल के चलते लगभग 5 महीने बाद प्रदेश कमेटी की घोषणा की नौबत आ पाई है। हालांकि इसके पीछे संगठन प्रभारी हरीश रावत के पंजाब मामलों में व्यस्त रहने तथा कोरोना संक्रमित हो जाने को भी जिम्मेदार बताया जाता रहा है।
हरीश रावत आज चंडीगढ़ आएंगे
हरीश रावत पार्टी के पंजाब मामलों के भी प्रभारी हैं। लिहाजा, पंजाब कांग्रेस के ही मसले के सिलसिले में हरीश रावत आज चंडीगढ़ आ रहे हैं लेकिन उससे पहले उन्होंने चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी पर भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की मुहर लगवा ली है। माना जा रहा है कि यदि हरीश रावत को पंजाब से समय मिला तो चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला उनकी मौजूदगी में ही अपनी टीम की घोषणा कर सकते हैं। रावत ने चावला को चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटी घोषित करने के लिए पार्टी हाईकमान की मंजूरी मिल जाने की सूचना दे दी है।
अधिकांश चेहरे पुरानी कमेटी के
सूत्रों के मुताबिक चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा हालात व नगर निगम चुनाव नजदीक देते हुए पार्टी हाईकमान ने फिलहाल पुरानी कमेटी के साथ ही चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया है। ऐसे में चावला की टीम में अधिकांश चेहरे पुरानी कमेटी के ही हैं। कुछ पुराने पदाधिकारियों को चावला की टीम से बाहर कर दिया गया है, जिनको पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का बेहद नजदीकी माना जाता है। उनके स्थान पर नए चेहरों को लाया गया है। इसके अलावा कुछ पदों की संख्या भी बढ़ाई गई है। कार्यकारिणी सदस्य, विशेष आमंत्रित सदस्य, पदेन सदस्य जैसे पदों की भी संख्या बढ़ाते हुए इस बार प्रदेश कार्यकारिणी को वृहद रूप दिया गया है। माना जा रहा है कि ऐसा ज्यादा से ज्यादा नेताओं को संतुष्ट करने के इरादे से किया गया है। इसमें सभी जातियों, धर्मों, आयु वर्गों तथा महिला-पुरुषों आदि को उचित प्रतिनिधित्व देने की भी कोशिश की गई है।
एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत भी होगा लागू
कांग्रेस ने पिछले दिनों संगठन में राष्ट्रीय स्तर पर एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत भी लागू करने की सोच प्रदर्शित की है। प्रदेश कमेटी के मामले में भी पार्टी यही रुख अपनाने जा रही है। ऐसे में पिछले दिनों प्रदेश प्रवक्ता बनाए गए नेताओं की भूमिका भी अब पार्टी में बदली जा सकती है। यही नहीं, नगर निगम चुनाव में टिकट वितरण के समय भी एक व्यक्ति-एक पद का सिद्धांत लागू करने का पार्टी ने मन बनाया है। इस स्थिति में आवेदन के बाद यदि किसी पदाधिकारी को टिकट दिया जाता है तो उसे संगठन में पद से इस्तीफा देना होगा।
प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला ने की पुष्टि
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी को पार्टी हाईकमान की हरी झंडी मिल जाने के संबंध में जब प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला से संपर्क किया गया तो उन्होंने इसकी पुष्टि की लेकिन कमेटी के स्वरूप को लेकर कुछ भी बोलने से फिलहाल इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आज या कल कमेटी घोषित कर दी जाएगी और इसके स्वरूप को लेकर उसी समय खुलासा किया जाएगा।