CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर बापूधाम सेक्टर-26 में बच्चों को लेकर केक सेरेमनी किए जाने पर जमकर बरसीं। साथ ही प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा किया है, क्योंकि कोरोना काल में बापूधाम सबसे ज्यादा प्रभावित इलाका रहा है।
जिस कालोनी में फैला कोरोना वहां कोविड गाइडलाइंस की उड़ाई धज्जियां
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को अपने फेसबुक लाइव के दौरान राष्ट्रीय और लोकल मुद्दों को लेकर सत्ता पक्ष को घेरा। दीप दुबे ने चंडीगढ़ प्रशासन पर मूक दर्शक होने के आरोप लगाए। दीपा दुबे ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि जिस इलाके में कोरोना बुरी तरह फैल चुका था वहां इस तरह केक सेरेमनी कैसे करने दी गयी ? बेहतर होता कि जरूरतमंदों को राशन वितरित किया जाता। अस्पतालों में किट वितरित की जाती। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मेंं इतने लोगो की जिंगदी दांव पर लगी हुई है और कई ने जान तक गंवाई है। इस स्थिति में केक सेरेमनी करना बेहद शर्म की बात है। वह भी छोटे बच्चों को इकट्ठा करके केक काटे गए। कोविड गाइडलाइंस की भी परवाह नहीं की गई। कोई समाजिक दूरी का ख्याल तक नहीं किया गया।
स्कूल खोलने का विरोध
उन्होंने कहा कि आज टमाटर 100 रुपए किलो है। अन्य जरूरी वस्तुओं के दाम भी आसमान छू रहे हैं। इसे प्रधानमंत्री नरेंद् मोदी की तरफ से देश को जन्मदिन का गिफ्ट माना जा सकता है। महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने शिक्षा नीति पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि जब 1 केस था मार्च में तब परीक्षा तक रोक दी गयी थी। संक्रमण पूरे ट्रीईसिटी में फैल चुका है तो स्कूल खोले जा रहे हैं। यह एक तरह से बच्चों की जिन्दी के साथ खेलने जैसा है। प्रशासन को चाहिए कि कोरोना का कोई हल निकलने तक यथास्थिति बनाये रखे।
मोदी ने चंडीगढ़ से किए वायदे पूरे नहीं किए
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी याद दिलाया कि शहर के कर्मचारियों की 2011 की नीति लागू नहीं की गई है। 2014 और 2019 के लोक सभा चुनाव में सांसद किरण खेर ने सिर्फ वायदे ही किए। उन्होंने कहा कि 34 सेक्टर के मैदान में चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री ने चंडीगढ़ के लोगों से जो वायदे किए थे, वो निभाये नहीं गए। कोरोना काल में बेरोज़गारी चरम पर है। देश का युवा चाय-पकौड़े बेचने के लिए मजबूर हो गया है।
पानी के रेट बढ़ाने के खिलाफ लोगों से सड़कों पर उतरने की अपील
दुबे ने पानी की दरों में बढ़ोतरी पर चंडीगढ़ प्रशासन व चंडीगढ़ नगर निगम को आड़े हाथों लेते हुए फेसबुक लाइव के माध्यम से जनता से सड़कों पर उतरने की अपील की। उन्होंने पानी की दरों में तीन गुना बढ़ोतरी को पूरी तरह गलत व नाजायज बताया तथा कहा कि कोरोनाकाल में जनता को राहत देने की बजाय दबाया जा रहा है। नगर निगम के घाटे की आड़ में रेट बढाना बीजेपी नेताओं की नाकामियों का जीता जागता सुबूत है। निगम को चाहिए कि अपने खर्चो को नियंत्रित कर शहरवासियों पर कम बोझ डाले।
मेयर को कोरोना हुआ तो बदल दिेए नियम
घर के बाहर होम क्वारंटाइन के स्टीकर न लगाने के फैसले को लेकर चंडीगढ़ प्रशासन की मंशा पर शक जाहिर करते हुए दीपा दुबे ने कहा कि जब मेयर राजबाला मलिक को कोरोना हुआ तो तुरंत प्रभाव से मेयर को फायदा पहुंचाने के लिए इस नियम को बदल दिया गया, जबकि अब तक शहर के लोग इन स्टीकरों को झेलते रहे। दीपा दुबे ने फेसबुक लाइव के जरिये आम जनता से शहर की बेहतरी की दिशा में सुझाव भी मांगे, ताकि कांग्रेस उन मुद्दों को सही मंच देकर आवाज बुलंद कर सके।
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