चंडीगढ़ मेयर चुनावः कांग्रेस को भाजपा में क्रॉस वोटिंग का भरोसा, जानिए डीसी को चिट्ठी लिखकर चुनाव कक्ष में क्या-क्या बैन करने की मांग की

CHANDIGARH: मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव को लेकर शहर में राजनीतिक गलियारों का माहौल गर्म है। मेयर पद के लिए भाजपा की बागी पार्षद चंद्रावती शुक्ला का नामांकन पत्र खारिज हो जाने के बाद भी कांग्रेस ने इस चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की हार की उम्मीद नहीं छोड़ी है। उसे चुनाव के दौरान भाजपा में क्रॉस वोटिंग और उसका सीधा फायदा कांग्रेस प्रत्याशियों को होने का भरोसा है। यही कारण है कि आज कांग्रेस ने चंडीगढ़ के उपायुक्त (डीसी) को पत्र लिखकर यह चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराने के लिए चुनाव के दौरान हर ऐसे उपकरण को निर्वाचन कक्ष में ले जाने पर रोक लगाने की मांग की है, जिससे वोट की गोपनीयता भंग होने की गुंजाइश हो। गौरतलब है कि मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव 8 जनवरी को होना है।

पत्र पर कांग्रेस उम्मीदवारों व पार्षदों ने भी किए हस्ताक्षर

चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा की तरफ से डीसी को लिखे गए इस पत्र पर कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी देविंदर सिंह बबला, सीनियर डिप्टी मेयर पद की उम्मीदवार रविंद्र कौर गुजराल, डिप्टी मेयर पद के प्रत्याशी सतीश कुमार कैंथ के अलावा कांग्रेस पार्षद गुरबख्श रावत व पार्षद शीला देवी ने भी हस्ताक्षर किए हैं। पत्र में कहा गया है कि देश के लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए यह जरूरी है कि चंडीगढ़ के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर का चुनाव भी निष्पक्ष, दबाव मुक्त तथा पारदर्शी ढंग से हो। पत्र में प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि पिछले समय के दौरान कई मौकों पर देखा गया है कि नगर निगम में अपने प्रचंड बहुमत के घमंड में सत्तारूढ़ पार्टी ने लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का प्रयास किया है। इसलिए संबंधित अफसरों व चुनाव अधिकारी को आदेश जारी किए जाएं कि वह मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर चुनाव के दौरान चुनाव संबंधी गाइडलाइंस तथा नियमों का सख्ती से पालन करें व कराएं।

पहले खींची जाती रही है बैलेट पेपर की फोटो

पत्र में कहा गया है कि पिछले चुनावों में देखा गया तथा मीडिया रिपोर्टों में भी कहा गया कि इस चुनाव में मतपत्र पर दिए गए वोट की फोटो खींची गईं और बाद में बाहरी लोगों व अपने वरिष्ठ नेताओं को लीक की गईं। यह वोट की गोपनीयता व मर्यादा को भंग करने वाला कृत्य है। इसे गंभीरता से रोका जाना चाहिए। पत्र में मांग की गई है कि वोट की गोपनीयता व पवित्रता को बनाए रखने के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से लेकर खत्म होने तक चुनाव कक्ष में मोबाइल फोन, कैमरा, पैन, स्मार्ट वाच जैसे गैजेट्स ले जाने पर सख्ती से रोक लगाई जाए, ताकि कोई भी व्यक्ति मत पत्र का फोटो या वीडियो रिकार्डिंग न कर सके। पत्र में यह भी कहा गया है कि चुनाव कक्ष के प्रवेश द्वार पर स्कैनर व कड़ी चेकिंग की भी व्यवस्था की जाए, ताकि चुनाव कक्ष में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को किसी भी तरह का गैजेट अंदर ले जाने से रोका जा सके। इसके अलावा यह भी पूरी तरह सुनिश्चित किया जाए कि पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोई भी किसी के साथ असंसदीय व्यवहार न करे।

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