कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश चौधरी के नेतृत्व में पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की बैठक में लिया गया निर्णय
CHANDIGARH, 16 JULY: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस आने वाले दिनों में मोदी सरकार की देश को कमजोर करने वाली व जनविरोधी और संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करने जा रही है।
इस आशय का निर्णय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश चौधरी के नेतृत्व में आज कांग्रेस भवन, सेक्टर 35 चंडीगढ़ में आयोजित पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की बैठक में लिया गया। मीटिंग की अध्यक्षता चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रधान हरमोहिंदर सिंह लक्की ने की।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चंडीगढ़ कांग्रेस देश में सरपट दौड़ती महंगाई को काबू करने में मोदी सरकार की पूर्ण विफलता को उजागर करने के लिए अगले 30 दिनों के दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों में कई विरोध मार्चों और धरनों का आयोजन करेगी। इस तरह का पहला विरोध मार्च कल मौली जागरां में होगा। पार्टी के स्थानीय नेतृत्व और सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ-साथ क्षेत्र के निवासियों को यह सुनिश्चित करने के लिए जुटाया गया है कि सरकार तक आम लोगों की आवाज बुलंद और स्पष्ट तरीके से पहुंच सके।
इसके अलावा, कांग्रेस नेताओं ने राजनीतिक कारणों से कांग्रेस नेताओं को परेशान करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय की निंदा की। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि चण्डीगढ़ काग्रेंस पार्टी की कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अनुचित और अनावश्यक रूप से बुलाए जाने के प्रति अपना विरोध दिखाने के लिए 21 जुलाई 2022 को एक विशाल प्रोटैस्ट मार्च निकालेगी। पार्टी कार्यकर्ता सेक्टर 18 चंडीगढ़ में स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय की ओर अपना मार्च तब शुरू करेंगे, जब कांग्रेस अध्यक्ष नई दिल्ली में ईडी कार्यालय पहुंचेंगीं।
नेताओं ने कांग्रेस के गौरव शाली इतिहास को याद किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चलाए गये स्वतंत्रता संग्राम और उसके बाद राष्ट्र निर्माण के प्रयासों के कारण देश अपनी स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है। इस उपलब्धि को मनाने के लिए, चंडीगढ़ कांग्रेस शहर के विभिन्न हिस्सों में एक सप्ताह के लिए रैलियां आयोजित करेगी, जो 09 अगस्त, 2022, भारत छोड़ो आंदोलन दिवस से शुरू होकर अगले 7 दिन 75 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। इस अवसर पर बोलते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश चौधरी ने कहा कि यह देश के लिए एक विडंबना है कि जिन लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया, वे आज राष्ट्रवाद का उपदेश दे रहे हैं और जिन्होंने स्वतंत्रता लाने के लिए बहुत बड़े बलिदान दिये है, वे मौजूदा सरकार द्वारा प्रताड़ित किए जा रहे हैं। अंत में बैठक में यह निर्णय लिया गया कि चंडीगढ़ कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में 3500 किलोमीटर लंबी भारत जोड़ी यात्रा में जोर शोर से भाग लेगी। मोदी सरकार की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ देश को एकजुट करने के लिए उदयपुर में हाल ही में हुए चिंतन शिविर के दौरान भारत जोड़ी यात्रा की कल्पना की गई थी।