यह मनमाना और क्षेत्र में पर्यावरण एवं नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक कदम है: राजीव शर्मा
CHANDIGARH, 7 NOVEMBER: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने सेक्टर-48 से 50 में रहने वाले स्थानीय निवासियों और अन्य हितधारकों के कड़े विरोध के बावजूद सेक्टर 49-बी में सहज सफाई केंद्र में कचरा प्रसंस्करण संयंत्र चलाने के नगर निगम के हालिया फैसले की आलोचना की है और इसे एक मनमाना और क्षेत्र में पर्यावरण के लिए हानिकारक फ़ैसला बताया है।
कोआपरेटिव हाउसिंग सोसाइटियों के निवासियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राजीव शर्मा ने कहा कि क्षेत्र के समझ बूझ वाले नागरिकों की इच्छा के विरुद्ध प्रोसेसिंग प्लांट चलाने का निर्णय भाजपा नीत नगर निगम की संवेदनहीन, अलोकतांत्रिक और जनविरोधी मानसिकता का एक और उदाहरण है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने नगर निगम और स्थानीय सांसद किरण खेर पर आवश्यक पर्यावरणीय मंजूरी लिए बिना क्षेत्र में कचरा प्रसंस्करण संयंत्र लगाने का आरोप लगाया और कहा कि इस तरह से संयंत्र चलाने से दुर्गंध और अवांछनीय गैसों का उत्सर्जन हो सकता है, जो वहां के मध्यम वर्गीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होगी। वह सब इन हाउसिंग सोसाइटियों में अपने लिए एक अच्छा आवास बनाने के लिए अपने जीवन की पूंजी पहले ही निवेश कर चुके हैं और ऐसा कुछ नहीं किया जाना चाहिए जिससे उनके जीवन स्तर पर प्रतिकूल असर पड़े। निवासियों की परेशानियां बढ़ाने वाला एक अन्य कारक यह भी है कि सहज सफाई केंद्र के आसपास कोई पार्किंग सुविधा नहीं है और सड़क पर कूड़े से भरे वाहन आने जाने वालों के लिए परेशानियां पैदा कर सकते हैं।एक विचारणीय तथ्य यह भी है कि सहज सफाई केंद्र एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल के ठीक सामने स्थापित किया गया है और बहुत से मौकों पर वहां सड़क पर श्रद्धालुओं के वाहन भी खड़े रहते हैं। इसके अलावा, प्रस्तावित संयंत्र की क्षमता चार बड़ी सोसायटियों में उत्पन्न होने वाले सभी कचरे को संसाधित करने के लिए पर्याप्त नहीं है। कम क्षमता वाला संयंत्र निस्संदेह सभी संबंधित लोगों की परेशानियां बढ़ा देगा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि अपनी जनविरोधी विचारधारा के अनूरुप निगम के साथ-साथ स्थानीय सांसद ने भी इस अलोकप्रिय परियोजना को आगे बढ़ाकर इस संबंध में निवासियों की चिंताओं का मजाक ही उड़ाया है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बड़ी हाउसिंग सोसायटियों को उनकी भूमि आवंटन की शर्तों के अनुसार, उनके द्वारा उत्पन्न कचरे को संसाधित करने का दायित्व डाला गया है, लेकिन ऐसा करने में उनकी असमर्थता के कारण अधिकारियों को जबरदस्ती कर उन्हें प्रदूषित और दुर्गंध से भरे वातावरण में रहने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि आवंटन की शर्तों में तकनीकी ख़ामियों का फायदा उठाकर लोगों पर दबाव डालने और उन्हें परेशान करने के बजाय नगर निगम और स्थानीय सांसद को उनकी मुश्किलों और तकलीफ़ों को हल करने की कोशिश करनी चाहिए ।
कांग्रेस पार्टी ने नगर निगम से प्रसंस्करण संयंत्र को तत्काल चालू करने के अपने फ़ैसले पर पुनर्विचार करने और एक सभी को स्वीकार्य सहमति पर पहुंचने के लिए सेक्टर 48 से 50 तक के हितधारकों के साथ एक बार फ़िर से गहन विचार-विमर्श करने का आग्रह किया है।