चंडीगढ़ कांग्रेस ने नगर निगम चुनाव-2026 की तैयारियां शुरू की

CHANDIGARH, 29 NOVEMBER: पार्टी के संगठनात्मक मामलों और चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव-2026 की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एच.एस. लक्की के नेतृत्व में आज सेक्टर-35 स्थित कांग्रेस भवन में प्रदेश, जिला और ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दो सचिव चेतन चौहान और विदित चौधरी कार्यकर्त्ताओं का मार्गदर्शन करने के लिए विशेष रूप से शामिल हुए।

चंडीगढ़ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने पार्टी की ओर से जारी एक बयान में कहा कि शहर में कांग्रेस पार्टी को मिल रहे समर्थन को देखते हुए जोश से भरे कार्यकर्ताओं ने सर्वसम्मति से पार्टी से दिसंबर 2026 में होने वाले अगले नगर निगम चुनावों के लिए पार्टी को तैयार करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान किया, जिसे एकमत से स्वीकार कर लिया गया।

इस अवसर पर एच.एस. लक्की ने कहा कि मार्च 2024 के बाद चंडीगढ़ नगर निगम भाजपा के 8 साल के भ्रष्ट कुशासन से पैदा हुई मुश्किलों को दूर करने की भरसक कोशिशें कर रहा है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि बहुत जल्द ही शहर अपनी खोई हुई शान को वापस पाने की राह पर चल पड़ेगा। लक्की ने पार्टी के कार्यक्रमों में शहर के अधिक से अधिक लोगों को शामिल करने और ब्लॉक और बूथ स्तर पर पार्टी को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव चेतन चौहान और विदित चौधरी ने संविधान और भारत के नागरिकों के संवैधानिक और वैधानिक अधिकारों को केंद्र की भाजपा सरकार के निरन्तर हमलों से बचाने की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने कहा कि भले ही अमेरिका की एक अदालत ने भारतीय व्यापारी गौतम अडानी पर रिश्वतखोरी के आरोप में अभियोग लगाया है और उन्हें पकड़ने के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं, लेकिन भाजपा बेशर्मी से उनका बचाव और समर्थन कर रही है। यह आरोप लगाते हुए कि गौतम अदानी की वजह से भारत के व्यापार और प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रतिष्ठा दांव पर है, अखिल भारतीय कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा से देश के सामने महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में चर्चा करवाए जाने की अपील की।

इस अवसर पर स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने शहर को मेट्रो रेल दिए जाने के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा शहर के लोगों को गुमराह करने की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 में जब मेट्रो परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर काम चल रहा था, तब भाजपा ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया था। अब 10 साल बाद भी केंद्र सरकार और भाजपा शहर के लिए उपयुक्त सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के मामले में कोई उचित फैसला नहीं ले पाई है, जबकि शहर की सड़कों पर यातायात और अव्यवस्था लगातार बढ़ रही है। पिछले कई वर्षों से भाजपा नेता सारे शहर को यह कहकर गुमराह कर रहे हैं कि मेट्रो परियोजना पर काम चल रहा है।

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