देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं BJP नेता: राजीव शर्मा
CHANDIGARH, 3 JANUARY: चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने आज यहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर नोट बन्दी को लेकर उच्चतम न्यायालय के हाल में ही आए निर्णय की गलत ढंग से व्याख्या करने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव शर्मा ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि वह देश को अपूर्णीय क्षति पहुंचाने वाली नोटबन्दी के मामले में देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं।
चण्डीगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस आशय का एक वक्तव्य आज संसद सदस्य एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव (संचार) जयराम रमेश द्वारा दिल्ली में भी जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि सर्वोच्च न्यायालय ने नोटबंदी पर निर्णय केवल इस मुद्दे पर दिया है कि क्या 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा से पूर्व आरबीआई अधिनियम, 1934 की धारा 26(2) की समुचित अनुपालना की गई थी अथवा नहीं। निर्णय में इससे कम या ज्यादा कुछ नहीं कहा गया है। एक न्यायाधीश ने तो अपनी असहमति दर्ज करते हुए कहा है कि संसद को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए था।
जयराम रमेश ने कहा कि न्यायलय के इस निर्णय में नोटबंदी के असर पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है, जो कि एक नितांत विनाशकारी निर्णय था। उन्होंने कहा कि नोटबन्दी के इस निर्णय ने विकास की गति को क्षति पहुंचाई। सूक्ष्म, लघु और मझौले स्तर की इकाईयों को पंगु बनाया, अनौपचारिक क्षेत्र को समाप्त कर दिया और लाखों लोगों की अजीविका को नष्ट कर दिया।
उन्होने कहा कि निर्णय में इस संबंध में कुछ नहीं कहा गया है कि क्या नोटबंदी अपने घोषित उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल रही या नहीं। प्रचलन में मुद्रा को कम करना, कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढ़ना, नकली मुद्रा पर अंकुश लगाना, आतंकवाद को समाप्त करना और काले धन का पर्दाफाश करना जैसे घोषित उद्देश्यों में से किसी उद्देश्य को प्राप्त करने में कोई भी उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल नहीं की जा सकी।
अखिल भारतीय कांग्रेस के महासचिव ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बहुमत से लिया गया ये फैसला केवल निर्णय लेने की प्रक्रिया के मुद्दे तक सीमित है और नोटबंदी के परिणामों से इसका कोई संबंध नहीं है। ये कहना कि सर्वोच्च न्यायालय ने नोटबंदी के निर्णय को सही ठहराया है, पूरी तरह से भ्रामक और गलत है।