कहा- अकाली-भाजपा सरकार ने भी कैप्टन अमरिंदर सिंह पर झूठे केस डालकर दबाने बनाने की नाकाम कोशिश की थी
पानी के बिल रद्द करके भी कैप्टन ने केंद्र से लिया था लोहा, अब भी कैप्टन किसानों के साथ चट्टान की तरह खड़े
CHANDIGARH: पंजाब के कैबिनेट मंत्री स. चरनजीत सिंह चन्नी ने आज यहाँ कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानों के मसले हल करने की बजाय पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को डराने के लिए ई.डी और सी.बी.आई केस डालने का डर दिखाने की नाकाम कोशिशें कर रही है।
यहाँ से जारी बयान में स. चन्नी ने कहा कि भाजपा सरकार ऐसी भद्दी हरकतों से बाज़ आए क्योंकि मुख्यमंत्री के साथ राज्य के लोग, कांग्रेस पार्टी और राज्य सरकार डटकर खड़ी है।
उन्होंने कहा कि देश के लाखों किसान 15 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर अलग-अलग सडक़ों पर जाम कर केंद्र सरकार के बड़े-बड़े कारोबारियों को लाभ देने वाले किसानों के विरूद्ध और किसानों की सलाह लिए बिना बनाए गए 3 कृषि कानूनों के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं परन्तु केंद्र सरकार किसान मसले को हल करने की बजाय अलग-अलग भद्दे हथकंडे बरतने की कोशिश कर रही है।
स. चन्नी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री को भी किसानों के साथ खड़े होने के कारण ई.डी और सी.बी.आई. केस डालने का डर दिखाकर दबाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों किसान विरोधी कानूनों को रद्द कर चुकी है, जो केंद्र की भाजपा सरकार को हज़म नहीं हो रहा।
कैबिनेट मंत्री चन्नी ने कहा कि देश भर में किसानों के हो रहे संघर्षों के कारण केंद्र सरकार बोखलाहट में आ गई है और किसान आंदोलन को दबाने के लिए हर हथियार इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने साथ ही कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह किसी भी दबाब से डरने वाले नहीं और पूरी तरह डट कर किसानों के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे।
उन्होंने कहा कि पहले भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को अकाली-भाजपा सरकार ने झूठे मामलों में फसाकर उलझाने की कोशिश की थी परन्तु अदालतों में लम्बी लड़ाई के बाद में वह बेदाग़ साबित हुए हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि इतिहास गवाह है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह हमेशा ही पंजाब के लोगों के साथ खड़े रहे हैं, वह चाहे पंजाब के हितों के लिए लोक सभा से इस्तीफ़ा देने का मामला हो या फिर पानी के समझौते रद्द करने का मामला हो। अब भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह चट्टान की तरह डट कर किसानों के साथ खड़े हैं और पहले ही केंद्र के काले कानूनों को रद्द कर चुके हैं।
स. चन्नी ने केंद्र की भाजपा सरकार से अपील की कि वह इधर उधर भटकने की बजाय जल्द से जल्द किसान विरोधी तीनों ही काले कानून रद्द करे। उन्होंने कहा कि यदि यह मसला केंद्र सरकार ने जल्द हल न किया तो यह आंदोलन दिन-ब-दिन और तेज़ होगा, फिर यह न हो कि केंद्र से स्थिति संभाली न जाये। उन्होंने साथ ही केंद्र को चेतावनी भी दी कि ई.डी और सी.बी.आई केस डालने का डर दिखाना बंद करे, नहीं तो इसके भाजपा को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।