CHANDIGARH: भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की 136वीं जयंती यहां सेक्टर-16 स्थित गांधी स्मारक भवन में श्रद्धापूर्वक मनाई गई। समारोह के मुख्य अतिथि आनन्द कुमार शरण, सचिव गांधी स्मारक निधि पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेश थे, जबकि अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज ने की।
डा. देवराज त्यागी निदेशक गांधी स्मारक भवन चंडीगढ़ ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डा. राजेन्द्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्होंने भारतीय संविधान के निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सचिव आनन्द कुमार शरण ने कहा कि गांधी जी की मृत्यु के बाद उनके स्मरण में गांधी स्मारक निधि का गठन किया गया। गांधी स्मारक निधि के प्रथम अध्यक्ष डा. राजेन्द्र प्रसाद रहे। उनके मार्गदर्शन में गांधी जी के रचनात्मक कार्योें को विस्तार दिया गया। उन्होंने बताया कि उनके साथ उनके परिवार के पारिवारिक संबंध थे। 28 फरवरी 1963 में सदाकत आश्रम पटना में उनका निधन हुआ।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार प्रेम विज ने कहा कि डा. राजेन्द्र प्रसाद महात्मा गांधी की निष्ठा, समर्पण एवं साहस से बहुत प्रभावित थे। उन्होंने 12 वर्षों तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। उनको भारत सरकार द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। इस अवसर पर योग गुरु नरेश कुमार, डा. रमेश शर्मा, पापिया चक्रवर्ती, आनंद राव, धर्मपाल, अमित एवं कई अन्य लोग उपस्थित थे।