CHANDIGARH: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के दौरान सुरक्षा में पूरी तरह से नाकामी के लिए चरणजीत सिंह चन्नी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सरकार को बर्खास्त करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है।
यहां जारी बयान में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सरकार सत्ता में बने रहने के सभी नैतिक और सविधान अधिकार खो चुकी है, जो अपने प्रधानमंत्री को सुरक्षा मुहैया करवाने की अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी को पूरा करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा यह दावा करना कि कुछ लोगों द्वारा प्रधानमंत्री का रास्ता रोकना स्वभाविक था, साफ तौर पर मुद्दे को भटकाने की कोशिश है और ऐसा करके सरकार अपनी जिम्मेदारी से बचने की नाकाम कोशिश कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि यदि सुरक्षा में पूरी तरह से नाकामी के चलते देश के प्रधानमंत्री को अपने सभी कार्यक्रम रद्द करने पड़ सकते हैं, तो पंजाब में रहने वाले आम व्यक्ति की क्या दशा होगी? उन्होंने कहा कि इस सरकार को जल्द से जल्द बर्खास्त करना राज्य और यहां के लोगों के लिए भला होगा।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि यह सरकार की ओर से पंजाब में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को बिगाड़ने के लिए जानबूझकर किया गया था, क्योंकि वह 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक के अलग-अलग विकास प्रोजेक्टों को शुरू करने वाले थे, जिनका फायदा राज्य के लोगों को मिलता।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अफसोस जाहिर किया कि यह सरकार इतना नीचे गिर गई कि इसमें रैली में विघ्न डाल दिया व प्रधानमंत्री को उचित सुरक्षा व्यवस्था नहीं मुहैया करवाई और उन्हें अपने कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा। कैप्टन अमरिंदर ने मुख्यमंत्री से कहा कि यदि वह विपक्षी पार्टी से संबंधित हैं, तो इसका अर्थ यह नहीं होता था कि आप उनके कार्यक्रमों को बिगाड़ दें, आखिरकार वह पूरे देश के प्रधानमंत्री हैं। आज जो भी हुआ वह शर्मनाक था और सरकार व मुख्यमंत्री इसकी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते।