CHANDIGARH, 07 JULY: फरीदकोट के डीएसपी लखवीर सिंह को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार करने से एक दिन बाद, पंजाब पुलिस ने गुरुवार को इस केस की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच को यकीनी बनाने के मद्देनजर केस को पंजाब विजीलैंस ब्यूरो को ट्रांसफर कर दिया है।
डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने बताया कि पंजाब विजीलैंस ब्यूरो भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के लिए एक विशेष जांच एजेंसी है, इसलिए उक्त मामले की आगे जांच करने के लिए ब्यूरो को सौंपने का फैसला किया है।
डीएसपी लखवीर सिंह को तरन तारन पुलिस ने बुधवार को तरन तारन से एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत दर्ज एफआईआर में नामजद न करने के लिए एक नशा तस्कर से 10 लाख रुपए की रिश्वत लेने के दोष में गिरफ्तार किया था। यह बात तब सामने आई जब तरन तारन जिला पुलिस ने रविवार को पट्टी मौड़ के नजदीक एक पेट्रोल पंप से पिशोरा सिंह नामी नशा तस्कर से 250 ग्राम अफीम और 1 लाख रुपए की ड्रग मनी बरामद करने समेत गिरफ्तार किया था। तरन तारन के गांव मॉडल बोपाराए का निवासी पिशौरा 30 जून, 2022 को दर्ज एफआईआर में वांछित था, जिसमें तरन तारन के गांव माड़ी मेघा के रहने वाले सुरजीत सिंह को 900 ग्राम अफीम समेत गिरफ्तार किया गया था। पिशौरा सिंह के खुलासे पर पुलिस ने 9.97 लाख रुपए भी बरामद किये थे, जोकि कथित तौर पर रिश्वत थी।