पंजाब की अमन-शांति भंग करने की ताक में बैठे असामाजिक तत्वों द्वारा आंदोलन का लाभ उठाने की कोशिश के विरुद्ध किसानों को सचेत किया
CHANDIGARH: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को किसानों को ऐसे तत्वों के विरुद्ध सावधान किया जो उनके आंदोलन का लाभ उठाने और राज्य के शांतमयी माहौल को खऱाब करने की कोशिश कर सकते हैं।
आज के भारत बंद के दौरान अमन और शांति को यकीनी बनाने के लिए किसानों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों ने अपने दो महीनों से अधिक लंबे समय से चल रहे रोष प्रदर्शनों के दौरान इसी तरह अमन -सुरक्षा बरकरार रखा हुआ है। मुख्यमंत्री ने अब सचेत किया कि ऐसे आंदोलन या ऐसी स्थिति के दौरान कुछ लोग जिनका प्रदर्शनकारियों के साथ कोई लेना देना नहीं होता, अपने संकुचित हितों के लिए मौके का फ़ायदा उठाने की ताक में रहते हैं ताकि शांतमयी माहौल में रुकावट डाल सकें।
एक फेसबुक लाइव संदेश में, कैप्टन अमरिन्दर ने खुशी ज़ाहिर की कि पंजाब में बंद पूरी तरह शांतीपूर्वक रहा और उन्होंने शांतमयी ढंग के साथ विरोध करने के लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने के लिए किसानों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यहाँ तक कि जब किसानों ने पंजाब में रेलवे ट्रैकों पर नाकाबंदी की थी तो कोई हिंसा नहीं हुई।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को किसानी के दर्द को समझने की अपील करते हुए उम्मीद जताई कि खेती कानूनों पर बनी पेचीदगी, जिस सम्बन्धी इस समय बातचीत चल रही है, का हल जल्द ही हो जायेगा। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से चल रहे आंदोलन में पंजाब के किसान सबसे आगे रहे हैं और ठंड के बढऩे को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के लिए ज़रूरी है कि इसका हल जल्द से जल्द निकाला जाये जिससे किसान अपने घरों को वापस लौट सकें। उन्होंने कहा कि चल रहे रबी सीजन को देखते हुए यह और भी ज़रूरी है और कहा कि देश को हमारे अनाज की ज़रूरत है।
इस बात पर अफ़सोस ज़ाहिर करते हुए कि चल रहे आंदोलन के दौरान आज एक बुज़ुर्ग महिला सहित कुछ लोगों की जान चली गई, मुख्यमंत्री ने पीडि़त परिवारों के लिए अपनी सरकार द्वारा पूरा समर्थन देने का ऐलान किया।