पढ़ाई के साथ खेलने का खर्च उठाएगा स्कूल, प्रेसिडेंट रंजन सेठी ने बढ़ाया खेलों को बढ़ाने के लिए कदम
CHANDIGARH: शहर के इतिहास में पहली बार 35 खेलों के 70 महिला खिलाड़ियों को कोई स्पॉन्सर करेगा और उनके खेलने के साथ साथ उनके पढ़ाई का खर्च भी उठाएगा। द ब्रिटिश स्कूल सेक्टर-44 के डायरेक्टर रंजन सेठी ने इस दिशा में कदम उठाया है और वे इन सभी खिलाड़ियों को एडॉप्ट करें खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास करने जा रहे हैं।
उन्होंने इसके लिए स्पोर्टिंग द टैलेंट स्कीम का आगाज किया है जिसे स्कूल के बैनर तले ही शुरू किया गया है। इन बच्चों को स्कूल लेवल से लेकर यूनिवर्सिटी लेवल तक सपोर्ट किया जाएगा। खेलों काे प्यार करने वाले रंजन सेठी पहले ही खेलों के लिए काम कर रहे हैं और ब्रिटिश स्कूल में बॉक्सिंग के साथ साथ फुटबॉल की एकेडमी जारी है।
स्कूल के बारे में बात करते हुए सेठी ने कहा कि हम इन सभी 70 महिला खिलाड़ियों का खर्च वहन करेंगे फिर वो चाहे खेलने का हो या फिर पढ़ने का। हम तब तक उनके साथ खड़े रहेंगे जब तक वे कमाले के काबिल न बन जाएं। सेठी ने कहा कि सभी को इस दौरान टेक्नीकल ट्रेनिंग भी दी जाएगी। हम इसके जरिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करेंगे जो महिला खिलाड़ियों को आगे आने का मौका देगा और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा। ये वो खिलाड़ी होंगी जो खेलने में शानदार है लेकिन वे इसका खर्च नहीं उठा पा रहीं।
हम उसके पढ़ने और खेलने का पूरा खर्च वहन करेंगे। हम चंडीगढ़ के 35 एसोसिएशनों के 70 बच्चों को इसमें एडॉप्ट करेंगे। इनका पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा और उनके प्रदर्शन का भी पूरा आंकलन किया जाएगा। प्लेयर्स के सलेक्शन के बारे में सेठी ने कहा कि हमने इसमें महिला खिलाड़ियों को प्रमुखता देने का फैसला किया है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। गरीबी के कारण वे गेम में आगे नहीं जा पा रही हैं।
हमने इसके लिए कई विदेश के एजुकेशन इंस्टीट्यूट से भी बात की है, हम प्रयास कर रहे हैं कि ऐसे खिलाड़ियों को विदेश में हायर स्टडीज के लिए जाने का मौका मिले और वे करियर बना सकें। खेलने के साथ पढ़ाई भी बहुत जरूरी है, आज के युग का कंपीटिशन काफी ज्यादा है। हम चाहते हैं कि वे अच्छा खेलने के साथ अच्छी शिक्षा भी हासिल करें, उनके हाथ में अच्छी डिग्री के साथ उनके पास अच्छा जीवन हो।
अपने आगे के प्लान के बारे में बात करते हुए सेठी ने कहा कि हम चाहते हैं कि चंडीगढ़ इंडियन स्पोर्ट्स के शीर्ष पर हो। यहां पर हर तरह की सहूलियत है और इंफ्रास्ट्रक्चर भी कमाल का है। यहां पर जरूरत है तो अच्छी स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेशन की। हम ये बताना चाहते हैं कि हम अच्छी अपने स्तर पर अच्छा काम करेंगे और आश्वासन देते हैं कि यहां की खेल विरासत को अच्छे से आगे लेकर जाएंगे। हम खिलाड़ियों को एक अच्छा प्लेटफॉर्म देने की कोशिश करेंगे।
सेठी ने कहा कि आने वाले महीनों में हम सभी ओलिंपिक खेलों के लिए चरणबद्ध तरीके से टूर्नामेंट आयोजित करेंगे। टूर्नामेंट को एक एनुअल फीचर बनाया जाएगा और इन्हें ब्रिटिश स्कूल के बैनर तले खेला जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि चंडीगढ़ ओलिंपिक एसोसिएशन से उनका कोई लेना-देना नहीं है और वह स्पोर्ट्स एडमिनिस्ट्रेटर के बजाय स्पोर्ट्स प्रमोटर हैं।