BREAKING: कांग्रेस में बंसल का कद और ज्यादा बढ़ा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी मिली

CHANDIGARH: चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं केंद्र में मंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन कुमार बंसल का अखिल भारतीय कांग्रेस में कद और ज्यादा बढ़ गया है। अहमद पटेल के निधन के बाद पार्टी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने पवन बंसल को कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंप दी है।

सोनिया गांधी सबसे भरोसेमंद को सौंपती हैं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष का पद

गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल का पिछले दिनों कोरोना संक्रमित होने के बाद निधन हो गया था। अहमद पटेल को गांधी परिवार का सबसे विश्वस्त नेता माना जाता था। इसलिए कोषाध्यक्ष के पद पर अहमद पटेल की नियुक्ति की गई थी। यह पद हमेशा से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सबसे नजदीकी व भरोसेमंद व्यक्ति को ही दिया जाता है। लिहाजा, अब अहमद पटेल के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष का पद पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को मिलन से एक बार फिर साबित हो गया है कि पवन कुमार बंसल गांधी परिवार के न केवल नजदीकी, बल्कि सबसे भरोसेमंद नेता हैं। हालांकि पवन बंसल को फिलहाल राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी अतिरिक्त तौर पर दी गई है।

पवन कुमार बंसल का नियुक्ति पत्र।

दो माह पहले महासचिव (प्रशासन) बनाए जाने से तय हो गया था बंसल का कद

इससे पहले भी कई मौकों पर देखा गया हैै कि चंडीगढ़ के पूर्व सांसद पवन कुमार बंसल गांधी परिवार के काफी नजदीकी नेताओं में गिने जाते रहे हैं लेकिन गत 11 सितम्बर को बंसल को कांग्रेस का महासचिव (प्रशासन) नियुक्त किए जाने के बाद पार्टी में उनका कद भी तय हो गया था। खास बात यह भी है कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के इतिहास में पहली बार यहां के किसी नेता को पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर इतनी बड़ी व महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली। साथ ही पवन कुमार बंसल चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पहले ऐसे नेता हैं, जिन्हें दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में अपने दफ्तर के रूप में कमरा मिला है।

पहले से ही लगाए जा रहे थे कयास, चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस में खुशी की लहर

बता दें कि अहमद पटेल के निधन के बाद पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष का पद पवन कुमार बंसल को ही मिलने के कयास भी पार्टी में लगाए जा रहे थे। क्योंकि श्रीमती सोनिया गांधी कोषाध्यक्ष जैसे पद की जिम्मेदारी अपने किसी भरोसेमंद नेता को ही हमेशा देती रही हैं और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (प्रशासन) का पद उन्होंने पवन कुमार बंसल को देकर यह दो महीने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि बंसल भी उनके सबसे भरोसेमंद नेताओं में हैं। क्योंकि राष्ट्रीय महासचिव (प्रशासन) की जिम्मेदारी भी हमेशा गांधी परिवार के सबसे नजदीकी व भरोसे के नेता के पास रही है। बंसल से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव (प्रशासन) का पद पार्टी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोहरा के पास था और सोनिया गांधी के सबसे नजदीकी व भरोसे के नेताओं में दो ही नाम सदैव लिए जाते रहे, वो हैं अहमद पटेल तथा मोतीलाल वोहरा। बंसल को पार्टी में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष की अतिरिक्त जिम्मेदारी भी मिलने के बाद आज चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस में खुशी की लहर दौड़ गई। पार्टी यहां उनके जोरदार स्वागत की तैयारी कर रही है।

error: Content can\\\'t be selected!!