बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन और दर्शन सम्बन्धी पुस्तक का लोकार्पण

•  बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन और दर्शन सम्बन्धी पुस्तक का लोकार्पण

•  पंजाब सरकार द्वारा प्रकाश पर्व के अवसर पर छुट्टी घोषित करने के लिए किया धन्यवा

CHANDIGARH: बाबा बन्दा सिंह बहादुर अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन द्वारा बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन, शहादत और दर्शन बारे पुस्तक लोकार्पण की गई। पुस्तक लोकार्पण समारोह के मुख्य मेहमान विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने कहा कि दसवें पातशाह श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी द्वारा नामज़द जनरल बन्दा सिंह बहादुर के बलिदान स्वरूप ही आज सिखों का दुनिया में सिर ऊँचा है और किसान अपनी ज़मीनों के मालिक हैं।

उन्होंने कहा कि फाउंडेशन बधाई की पात्र है जिसने इतिहास रचने वाले महान जनरल का इतिहास लिखित रूप में संरक्षित रखने का प्रयास किया है।

पंजाब राज्य औद्योगिक विकास निगम के चेयरमैन और फाउंडेशन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार बावा ने कहा कि बन्दा सिंह बहादुर का बलिदान अपने आप में एक मिसाल है और यह पुस्तक आने वाली पीढ़ी को बाबा जी की जीवन यात्रा और बलिदानों से अवगत करवाएगी।

बन्दा सिंह बहादुर ने काश्तकारों को ज़मीन के मालिकाना हक दिलाकर बड़ी क्रांति लाई थी। श्री बावा ने कहा कि बाबा जी का 350वां प्रकाश पर्व धूम-धाम से मनाएंगे जिसके लिए कोरोना महामारी के दौरान हिदायतों के अनुसार देश विदेश में समारोह करवाए जाएंगे।

उन्होंने इस अवसर पर छुट्टी घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का धन्यवाद किया।

पुस्तक के प्रकाशन के लिए उन्होंने चेतना प्रकाशन लुधियाना और उनके लेखकों, बुद्धिजीवियों का धन्यवाद किया जिनके लेख इस पुस्तक में शामिल हैं।

पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा ने कहा कि बंदा बहादुर की शहादत हमारे भीतर बलिदान का जज़्बा पैदा करती है। बंदा बहादुर की दूरदर्शी सोच थी कि ज़मीनों को जोतने वाले ही ज़मीन के मालिक होने चाहिएं जो अपने फ़ैसले आप कर सकें।

पुस्तक की जान-पहचान करवाते हुए प्रसिद्ध थिएटर कलाकार डॉ. निर्मल जोढ़ा ने कहा कि यह एक अकादमिक दस्तावेज़ है जो बंदा बहादुर की शख़्िसयत के दर्शन करवाता है। पुस्तक के संपादक डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि इतिहास का संरक्षण समय की ज़रूरत होती है।

इस मौके पर उमराओ सिंह छीना, बाबा अमनदीप, प्रशासनिक सचिव अमनदीप बावा, पुशपिन्दर शर्मा, फाउंडेशन के यूथ विंग के अध्यक्ष बिक्रम सिंह घुम्मन, बावा रवीन्द्र नंदी, अर्जुन बावा, बन्दा सिंह बहादुर अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन के चण्डीगढ़ इकाई के प्रधान हरिन्दर सिंह हंस और चेयरमैन जगमोहन सिंह बराड़ उपस्थित थे।

error: Content can\\\'t be selected!!