चंडीगढ़ में भाजपा ने बूथ स्तर तक आयोजित किए कार्यक्रम
Pandit Deendayal Upadhyay’s birth anniversary CHANDIGARH, 25 SEPTEMBER: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं उत्तर क्षेत्र प्रभारी सौदान सिंह ने आज सेक्टर-33 स्थित चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा कार्यालय कमलम में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 106वीं जयंती पर उन्हें नमन किया व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम कौशिक, रामलाल बैरवा, प्रदेश सचिव हुकम चन्द, कार्यालय सचिव देवी सिंह व गजेंद्र शर्मा सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने बताया कि इस अवसर पर सौदान सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय देश के अजातशत्रु नेता, सच्चे राष्ट्रभक्त औऱ आदर्श स्टेट्समैन थे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने मां भारती के गौरव को पुनर्स्थापित करने के लिए अपने जीवन का प्रत्येक क्षण खपाया। उन्होंने भारतीय राजनीति में गरीब कल्याण व सुशासन के नए युग की शुरुआत की और अंत्योदय का सिद्धांत दिया। आज हमें उनके आदर्शवादी व संघर्षशील जीवन से प्रेरणा लेकर देश में शांति, सद्भाव और भाईचारे को मजबूत करते हुए राष्ट्रीय एकता के लिए कार्य करना चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने यह भी बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय की जन्म जयंती के उपलक्ष में प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम कौशिक के नेतृत्व में चंडीगढ़ प्रदेश के सभी जिलों में बूथ स्तर पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए व प्रत्येक बूथ पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई व उन्हें याद किया गया।
1916 में मथुरा जिले के फरह गांव में जन्मे पंडित दीन दयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के पदाधिकारी और जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विचारक और भारतीय जनसंघ के पूर्व नेता, भारतीय जनसंघ के अग्रदूत थे। वह दिसंबर 1967 में जनसंघ के अध्यक्ष बने। पिछले साल पीएम नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना को पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय दर्शन को समर्पित किया था।
अंत्योदय शब्द का मतलब उत्थान होता है, जो समाज में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के लिए उत्थान को समर्पित है। पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन का उद्देश्य भारत के गरीब और पिछड़े लोगों के विकास की ओर घ्यान खींचना है। साथ ही इस दिन को समाज और राजनीति में पं. उपाध्याय के योगदान के लिए भी मनाया जाता है और उन्हें याद किया जाता है। गरीब और दलित लोगों की आवाज, राष्ट्रवादी नेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती को हर साल अंत्योदय दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वे एक असाधारण विचारक थे। अंत्योदय और गरीबों की सेवा पर उनका जोर सभी को प्रेरणा देता रहता है। उन्हें एक असाधारण विचारक और बुद्धिजीवी के रूप में भी व्यापक रूप से याद किया जाता है।