शिक्षा प्राप्त करने के मौलिक अधिकार के बावजूद 11वीं में एडमिशन नहीं मिलने से अधर में लटक गया है कई बच्चों का भविष्य: कैलाश जैन
CHANDIGARH, 28 OCTOBER: चंडीगढ़ प्रशासन के शिक्षा विभाग द्वारा 11वीं कक्षा के लिए दाखिला प्रक्रिया बंद किए जाने के बाद लगभग 5000 स्टूडेंट्स दाखिले से वंचित रह गए हैं, जिससे इन स्टूडेंट्स का भविष्य अधर में लटक गया है। इसका संज्ञान लेते हुए चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता कैलाश चन्द जैन और उपाध्यक्ष देविंदर सिंह ने चंडीगढ़ के प्रशासक व शिक्षा विभाग से इन बच्चों को दाखिला दिए जाने की मांग की है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार हर बच्चे को है। 11वीं में एडमिशन से वंचित रह गए बच्चों की दाखिले की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए। जो बच्चे निर्धारित समय में फीस नहीं भर पाने की वजह से दाखिले से वंचित रह गए हैं, उनको भी फीस जमा कराने का एक और मौका दिया जाना चाहिए। प्रशासन अगर चाहे तो लेट फीस ले सकता है लेकिन फीस न भर पाने की स्थिति में दाखिला रद्द नहीं किया जाना चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चंद जैन ने कहा कि भारत सरकार द्वारा देश के प्रत्येक बच्चे को शिक्षा प्राप्त करने का मौलिक अधिकार दिया गया है और शिक्षा देने की जिम्मेदारी सरकार की है, इसलिए प्रशासन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जो बच्चे आगे शिक्षा के लिए नई कक्षा में दाखिला लेना चाहते हैं, उन्हें हर हालत में दाखिला मिले। कोई भी शिक्षा प्राप्त करने से वंचित न रह जाए। बच्चों के पास शिक्षा का अधिकार होने के बावजूद इनके भविष्य पर तलवार लटक रही है। भाजपा नेताओं ने प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित तथा प्रशासन के अधिकारियों से इस मामले में संज्ञान लेकर बच्चों के दाखिले की व्यवस्था करने तथा उनके भविष्य को बचाने की अपील की है।