कहा- दम है तो चूहे-बिल्ली वाला खेल बंद कर बराबरी पर मुक़ाबला करें मोदी
CHANDIGARH, 21 MARCH: चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे ने कहा कि 18वीं लोकसभा के आम चुनाव की घोषणा हो चुकी है। देश का हरेक नागरिक इसमें भाग लेने के लिए उत्सुक है।भारत पूरी दुनिया में अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों के लिए जाना जाता रहा है। किसी भी लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव अनिवार्य होता है। साथ ही यह भी आवश्यक होता है कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान स्तर हो। सभी के पास समान रूप से संसाधन हों। न कि जो सत्ता में है, उसका संसाधन पर एकाधिकार हो। ये नहीं कि सत्ताधारी दल का संवैधानिक तथा न्यायिक संस्थाओं जैसे- आईटी, ईडी, चुनाव आयुक्त पर प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष नियंत्रण हो।
आज यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए दीपा दुबे ने कहा कि दुर्भाग्य से पिछले दिनों सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड के बारे में जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं, वो बहुत ही चिंताजनक हैं। शर्मनाक भी हैं, क्योंकि इससे देश की छवि को ठेस पहुंची है। दीपा दुबे ने कहा कि भारत ने पिछले 70 सालों में निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ लोकतंत्र की जो छवि बनाई थी, आज उस पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। सर्वोच्च न्यायालय ने जिस चुनावी चंदा को अवैध और असंवैधानिक कहा, उस स्कीम के तहत मौजूदा सत्ताधारी दल ने 6 हजारकरोड़ रुपए से ज़्यादा अपने अकाउंट में भर लिया और दूसरी तरफ़ साजिशन मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का बैंक खाता फ्रीज कर दिया, ताकि कांग्रेस पैसों के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ पाए। यह सत्ताधारी दल द्वारा एक ख़तरनाक खेल खेला गया है। इसके दूरगामी असर होंगे पर ये स्पष्ट है कि इस तरीके से किसी राजनीतिक दल को असहाय बनाकर चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न करना फ्री और फेयर चुनाव नहीं हो सकता।
दीपा दुबे ने कहा कि देश की जनता- आम नागरिक ये देख सकता है कि भाजपा ने चुनावी चंदे से 56% पैसे हथियाए हैं, वहीं कांग्रेस को मात्र 11% मिले हैं। ये वो पैसे हैं जो बॉन्ड से बीजेपी ने लिए हैं। इसके अलावा जो कैश इनके पास आता होगा, उसका तो कोई हिसाब ही सार्वजनिक नहीं है। दुबे ने कहा कि भाजपा हार के डर से बौखला कर लोकतंत्र की हत्या करने पर उतर आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में दम है तो चूहे-बिल्ली वाला खेल बंद कर बराबरी पर मुक़ाबला करें।
दीपा दुबे ने कहा कि अगर मोदी फ्री और फेयर इलेक्शन चाहते हैं तो कांग्रेस को बग़ैर किसी रोक -टोक के बैंक खाते को इस्तेमाल करने दें। जो इनकम टैक्स का क्लेम है, वो अंततः कोर्ट के निर्णय के अनुसार सैटल हो जाएगा। कांग्रेस के बैंक खाते को तुरंत डीफ्रीज किया जाए।