CHANDIGARH: अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस ने 30 दिसंबर को सुबह-सुबह सूचना मिली कि हथियारों और नशीले पदार्थों की एक खेप को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक सैक्टर में बीएसएफ बीओपी मेटला के क्षेत्र में अंतर-राष्ट्रीय सरहद पर भारतीय इलाकेे में भेजा गया है।
उपरोक्त जानकारी के आधार पर एफआईआर नं. 216 तारीख 30.12.2020 को आईपीसी की धारा 411, 414, आर्मज़ एक्ट की धारा 25 और एनडीपीएस एक्ट की धारा 21, 23 के अंतर्गत थाना घरिंडा, अमृतसर (ग्रामीण) में दर्ज की गई और बीएसएफ अधिकारियों को तुरंत अलर्ट कर दिया गया और एक साझी जांच मुहिम चलाई गई।
इस क्षेत्र की साझी जांच के कारण बीओपी मेटला के बार्डर पिलर नं. 38/3के समीप से 7.31 किलो हेरोइन और तीन चीनी .30 बोर नौरिंको पिस्तौल बरामद हुयी।जांच के दौरान शुरूआती जानकारी के अनुसार इस खेप को पाकिस्तान के एक नामी तस्कर जगदीश सिंह उर्फ भूरा निवासी जगराओं ने भारतीय क्षेत्र में भेजा था जो इस समय बेल्जियम में रहता है। उसे एफआईआर में नामजद किया गया है। वह आतंकवाद से सम्बन्धित 3 मामलों में एक सक्रिय आतंकवादी और घोषित अपराधी है।
और खुफिया जानकारी के साथ रणजीत सिंह निवासी गाँव मोधे, अमृतसर, जो इस समय लुधियाना जेल में बंद है, की एक प्रमुख नशा तस्कर के तौर पर अहम भूमिका सामने आई है। अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस के द्वारा दी जानकारी के आधार पर लुधियाना जेल के अधिकारियों ने रणजीत सिंह के समान की जांच की और उससे एक ओपो स्मार्टफोन बरामद हुआ। उसे भी इस केस में नामजद किया गया है और पूछताछ के लिए प्रोडकशन वारंट पर लाया जायेगा और उसके संपर्कों के बारे व्यापक नैटवर्क की और जांच की जायेगी।
रणजीत सिंह 1989 में पीएपी, जालंधर की 80वीं बटालियन में कांस्टेबल के तौर पर भर्ती हुआ था और वह 2011 में एएसआई के पद पर पहुँच गया था। परन्तु 2011 में उसे एनडीपीएस एक्ट में शामिल होने पर डीआरआई की तरफ से गिरफ्तार किया गया और उसके पास से 23 किलो हेरोइन बरामद की गई थी। इसके बाद, उसको 2012 में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया। रणजीत सिंह के खिलाफ नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी से सम्बन्धित पाँच अपराधिक केस दर्ज हैं, जहाँ उसके पास से व्यापारिक मात्रा में हेरोइन और आधुनिक हथियार बरामद हुए।
जेल में होते रणजीत सिंह ने भारत में नशे की तस्करी के लिए पाक आधारित तस्करों के साथ नजदीकी संपर्क स्थापित किये।दिसंबर 2016 में, रणजीत सिंह ने तस्कर सिमरनजीत सिंह और सुरजीत मसीह के साथ नजदीकी सम्बन्ध भी स्थापित किये। सिमरनजीत सिंह और सुरजीत मसीह दोनों ही अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस द्वारा हाल ही में जब्त किये गए ड्रोन मॉडीयूल के मुख्य मुलजिमों में शामिल हैं, जिनमें सकाईडरायड टी-10 टैलीमैंटरी सिस्टम वाला एक क्वाडकौपटर ड्रोन और चार अन्य ड्रोन से सम्बन्धित हार्डवेयर बरामद किये गए थे।
रणजीत सिंह की इस ताजा ड्रोन मॉडयूल केस में शमूलियत की जांच करने के लिए अगामी जांच की जा रही है। उन्होंने सभी विदेशी और भारतीय संपर्कों के नैटवर्क के लिए भी पूरी पड़ताल की जा रही है जो कि बरामद नशे की खेप को आगे पहुँचाने के लिए रणजीत सिंह के साथ जुड़े हुए थे।