भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों पर ज्यादतियों के खिलाफ बुलंद की आवाज

कहा- किसानों को चौतरफा मार मारने में लगी सरकार, विरोध करने वालों पर दर्ज करवाए जाते हैं झूठे मुक़द्दमे

किसानों से सस्ते ख़रीदकर आम आदमी को महंगे बेचे जा रहे हैं प्याज, टमाटर, आलू

CHANDIGARH: पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसानों के साथ हो रही ज्यादती का कड़े शब्दों में विरोध किया है। हुड्डा आज बरोदा हलके के गांव ठसका, माहरा, भैंसवान खुर्द, रूखी, पुट्टी, रभड़ा, मोई हुड्डा और रिवाड़ा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में किसानों को उसकी फसलों का उचित रेट नहीं दिया जा रहा। ऊपर से कृषि विरोधी 3 नए कानून थोपकर अन्नदाता को बर्बादी की कगार पर लाकर छोड़ दिया है। किसान अगर इसका विरोध करते हैं तो उनके ऊपर लाठियां बरसाई जाती है और उनपर झूठे मुक़दमे दर्ज़ करके उन्हें जेल भेज दिया जाता है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि बरोदा उपचुनाव मौजूदा सरकार की ज्यादतियों और तानाशाही से पीछा छुड़ाने का एक मौक़ा है। इसलिए जनता को इसे सिर्फ एक विधायक का नहीं, बल्कि प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का चुनाव मानना चाहिए। उन्होंने महम उपचुनाव का उदाहरण देते हुए बताया कि जिस तरह उस उपचुनाव ने लोकदल सरकार की नींव हिला दी थी, उसी तरह बरोदा उपचुनाव मौजूदा सरकार की जड़ें हिलाने का काम करेगा।

आसमान छू रही है महंगाई, आम आदमी के लिए रसोई चलाना भी हुआ मुश्किल

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिर्फ किसान नहीं बल्कि आज हर आम आदमी महंगाई, भ्रष्टाचार और सरकारी लूटखसोट से परेशान है। खाने-पीने और सब्ज़ियों के दाम इतने बढ़ गए हैं कि आम आदमी के लिए रसोई चलाना मुश्किल हो गया है। किसानों से 2-4-5 रुपये किलो में ख़रीदकर आज प्याज, टमाटर और आलू जैसे उत्पादों को 50 से 100 रुपये किलो रेट पर बेचा जा रहा है। दाल, चावल, आटा, चीनी सबके दामों रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है। बिजली का बिल इतना बढ़ गया है कि आम आदमी घर का बल्ब जलाते हुए भी सोचता है। पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार आसमान छू रही हैं। लेकिन लोगों की आमदनी और रोज़गार घटते जा रहे हैं। यही वजह है कि आज हर तबका इस सरकार के खिलाफ सड़कों पर है।

मौजूदा सरकार से पीछा छुड़वाने का मौक़ा है बरोदा उपचुनाव

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार इंदुराज नरवाल उर्फ भालू सरकार के सताए इन्हीं तमाम ग़रीब और आम आदमियों का एक प्रतीक है। इंदुराज की जीत हर ग़रीब और आम आदमी की जीत अपनी होगी। इनकी जीत से सरकार और पूरे प्रदेश को संदेश जाएगा कि आम आदमी इस सरकार की नीतियों से परेशान हो चुका है। अब वो उसे सबक सिखाने का मन बना चुका है। इसलिए हर वर्ग को इंदुराज के समर्थन में वोट डालकर, बरोदा से प्रदेश की सत्ता के परिवर्तन का संदेश देना चाहिए।

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