कहा- निकम्मे और नकारे हुए विरोधियों द्वारा प्राकृतिक आपदा पर राजनीति करना निंदनीय
केंद्र के आगे हाथ फैला कर वित्तीय सहायता नहीं मांगेगा पंजाब
पानी पर हिस्सा मांगने वाले हिमाचल प्रदेश और हरियाणा की तरफ से अब चुपी साध लेना हैरानीजनक: मुख्यमंत्री
CHANDIGARH, 13 JULY: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज विरोधी पक्षों पर तीखा निशाना साधते हुये कहा कि इस समय पर वह पंजाबियों को तत्काल राहत पहुँचाने में व्यस्त हैं और उपयुक्त समय आने पर विरोधियों के बयानों का करारा जवाब दिया जायेगा।
आज पटियाला जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के मौके पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा, मैं वायदा करता हैं कि कुछ दिनों बाद आपके सवालों का आपको उचित जवाब दूँगा परन्तु आपने उस समय लोक मसलों पर बात करने से भी भाग जाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कितनी हैरानी की बात है कि जब वह (मुख्यमंत्री) बाढ़ से प्रभावित पंजाबियों का साथ दे रहे हैं तो उस मौके पर विरोधी पक्ष इस संवेदनशील मौके पर राजनीति खेल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत शर्मनाक बात है कि विरोधी नेता इतने निचले स्तर पर गिर चुके हैं कि संकट की इस घड़ी में दुष्प्रचार करने से बाज़ नहीं आते। भगवंत मान ने कहा कि जब राज्य के लोगों की सुरक्षा को यकीनी बना लिया गया तो उस समय पर वह निकम्मे और नाकारे हुए राजनैतिक विरोधियों को उपयुक्त जवाब देंगे।
मुख्यमंत्री ने विरोधियों को चुनौती देते हुये कहा, “ क्या मेरे कारण बारिश पड़ी है या पहाड़ों से राज्य में पानी का तेज बहाव होने के लिए भी मैं ज़िम्मेदार हूँ। आप सिर्फ़ राजनीति खेलने के लिए मेरी आलोचना कर रहें परन्तु पंजाब के लोग आपको माफ नहीं करेंगे।“ मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने कभी भी पंजाब की परवाह नहीं की बल्कि इस समय पर जब पंजाबी संकट में हैं तो उस समय पर भी यह लोग राजनैतिक लाभ कमाने के लिए तड़फ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग यह डींगे हांक रहे हैं कि केंद्र ने 218 करोड़ रुपए जारी किये हैं, उनको यह याद रखना चाहिए कि यह फंड बीती 10 जुलाई को जारी किये गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह रकम 72 घंटों में ख़र्च नहीं कर सकती क्योंकि कम से कम नुकसान के लिए सरकार ने पहले ही ज़रुरी प्रयास किये थे। भगवंत मान ने कहा कि घग्गर की सफ़ाई भी राज्य के बाकी सेम- नालों की तरह अच्छी तरह की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता की भीख नहीं मंगेगा परन्तु उनको बाढ़ों से हुए नुकसान के अनुमान की रिपोर्ट ज़रूर भेजेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण राज्य में भारी नुक्सान हुआ है और आने वाले दिनों में इसका मूल्यांकन किया जायेगा। भगवंत मान ने कहा कि यदि केंद्र राज्य की मदद करेगा तो ठीक है नहीं तो राज्य ख़ुद इसका प्रबंध करने के समर्थ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नहरों और नालों की आगामी सफ़ाई करके इस बार पानी टेलों तक पहुँच गया था उन्होंने कहा कि अब भी इन नालों और खालों के द्वारा पानी जा रहा है जिससे नुक्सान कम होता है। वैसे, भगवंत मान ने कहा कि पंजाब और पड़ोसी पहाड़ी राज्य में लगातार बारिश ने पंजाब में तबाही मचायी हुई है परन्तु राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में लोगों की हर तरह के साथ मदद यकीनी बना रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे पंजाब में बारिश कम पड़ी है परन्तु पहाड़ों से बहुत सारा पानी नीचे की तरफ आया है और पंजाब को काफ़ी प्रभावित किया है। भगवंत मान ने कहा, “पंजाबियों को हर कठिनाई में चढ़दी कला में रहने की बख़शीश हासिल है, जिस कारण वे सदियों से कायम हैं। इस मुश्किल घड़ी में पंजाबियों ने एक-दूसरे की मदद करके भाईचारक सांझ और सदभावना की निवेकली मिसाल का प्रगटावा किया है।“
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्य हमेशा ही पंजाब से पानी और सैस की माँग करते हैं जबकि अब वह अधिक पानी अपने पास रखने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह राज्य अपना अतिरिक्त पानी राज्य की तरफ बहाव रहे हैं, जिससे पंजाब का बड़ा नुकसान हो रहा है। भगवंत मान ने कहा कि यह हैरानी की बात है कि अब यह राज्य पंजाब से अपने हिस्से के पानियों पर पूरी तरह चुप हैं और राज्य को बर्बाद करने के लिए फ़ाल्तू पानी हमारी तरफ भेज रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह राज्य भर में हर पल स्थिति पर नज़र रख रहे हैं और प्रभावित इलाकों में तैनात अधिकारियों से जानकारी भी हासिल कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में लोगों की मदद करना राज्य सरकार का फर्ज है और इस नेक कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के दूर-दराज के इलाकों में हरेक व्यक्ति तक सहायता मुहैया करवाई जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत को यकीनी बनाने के लिए विशेष ज़ोर दिया जा रहा है जिससे लोगों को किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के बुरी तरह प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत कामों को पूरा करने को पहल दी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी डैम सुरक्षित हैं और पानी खतरे के निशान से नीचे बह रहा है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. वेणू प्रसाद और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।