भगवंत मान द्वारा अपने पैतृक गांव सतौज के किसानों को अधिक से अधिक क्षेत्रफल धान की सीधी बुवाई के तहत लाने का न्योता

अपेक्षित बिजली सप्लाई यकीनी बनाने के लिए झारखंड में पंजाब की आवंटित खदान से कोयले की सप्लाई जल्द ही फिर शुरू की जायेगी

CHANDIGARH, 3 MAY: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को अपने पैतृक गाँव सतौज से धान की फ़सल की सीधी बुवाई (डीएसआर) की मुहिम की शुरूआत की जिससे पानी का संयम से प्रयोग करके सीधी बुवाई के तहत धान की फ़सल की काश्त को उत्साहित किया जा सकेगा।

अपने पैतृक गाँव के किसानों को धान की बुवाई की इस नयी तकनीक को बड़े स्तर पर अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब निवासियों ने बड़े स्तर पर राज्य में ’आप’ की सरकार को जनादेश दिया है और अब राज्य के सर्वपक्षीय विकास और खुशहाली के लिए सीधी बुवाई और अन्य बहुत सी पहलकदमियां शुरू करना हमारा फ़र्ज़ बनता है और इसलिए लोगों के बड़े सहयोग और समर्थन की बेहद ज़रूरत है।

तेज़ी से गिर रहे भूजल के स्तर पर गहरी चिंता प्रकट करते हुए भगवंत मान ने कहा कि हमारे किसानों को रिवायती धान की लगवाई से सीधी बुवाई जैसी उन्नत तकनीक की तरफ प्रेरित करना समय की ज़रूरत है। इसके इलावा, यह समय की माँग है कि धान की काश्त के लिए एक ऐसी तकनीक अपनाई जाये जिससे हमारे बहुमूल्य कुदरती स्रोत पानी की बचत की जा सकती है। इसलिए किसानों की तरफ से अपनी लगभग आधी ज़मीन पर सीधी बुवाई की जाये जिससे वह पानी बचाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि सीधी बुवाई को उत्साहित करने के लिए हमारी सरकार ने धान की खेती के लिए पानी बचाने के इस तरीके को अपनाने वाले किसानों को 1500 प्रति एकड़ के हिसाब से वित्तीय सहायता देने का फ़ैसला किया है।

मान ने सतौज के किसानों को न्योता देते हुये कहा कि वह अधिक से अधिक क्षेत्रफल पर डी.एस.आर विधि से धान की बुवाई करके पूरे पंजाब के लिए मिसाल कायम करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में फ़सली विभिन्नता को उत्साहित करने के लिए उनकी सरकार मक्का, दालें और बाजरे समेत वैकल्पिक फ़सलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य मुहैया करवाएगी और इन फ़सलों की पैदावार अपनी ज़िम्मेदारी पर बेचेगी।

मुख्यमंत्री ने किसानों को यह भी भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान उनको खादों, नदीननाशक और कीटनाशकों की उच्च गुणवत्ता प्रदान की जायेगी।

भगवंत मान ने कहा कि राज्य में बिजली की अपेक्षित सप्लाई को यकीनी बनाने के लिए उनकी सरकार झारखंड में पंजाब की आवंटित खदान से कोयले की खुदाई फिर शुरू करने जा रही है जोकि 2015 से बंद थी। उन्होंने कहा कि कोयले की निर्विघ्न सप्लाई से कृषि, घरेलू और औद्योगिक क्षेत्र के लिए भी बिजली की अपेक्षित सप्लाई यकीनी बनाई जायेगी।

इस मौके पर पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, सुनाम से विधायक अमन अरोड़ा, डिप्टी कमिशनर जतिन्दर जोरवाल, एसएसपी मनदीप सिंह सिद्धू के अलावा मुख्यमंत्री भगवंत मान की माता और बड़ी संख्या में गांव के किसान भी उपस्थित थे।

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