CHANDIGARH: कोरोना एक ऐसा राक्षस है जो हमारे लोगों को खत्म करने में लगा है लेकिन इससे लड़ने के लिए बहुत से तरीके निकाल लिए गए। पहले जब मास्क के जरिए इससे बचा जा सकता था तब परिवर्तन एनजीओ ने 36 फुट के मास्क का निर्माण कर लोगों को मास्क लगाने के प्रति जागरूक किया था। अब वैक्सीन आने के बाद परिवर्तन एनजीओ ने वैक्सीन की जागरूकता के लिए अभियान छेड़ दिया है। आज जीएमसीएच सेक्टर- 32 में कोरोना वैक्सीन लगवाने की जारूकता के लिए परिवर्तन एनजीओ द्वारा वसंत पंचमी समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर कोरोना रूपी राक्षस की सबसे बड़ी पतंग को कोविशील्ड व कोवैक्सीन रानी पतंगों द्वारा काटा गया। इस अवसर पर जीएमसीएच 32 के एमएस रवि गुप्ता के साथ ही परिवर्तन एनजीओ की फाउंडर रेणुका शर्मा उपस्थित रहे।
जीएमसीएच 32 की डायरेक्टर जस्बिन्दर कौर इस अवसर पर मुख्य अतिथि रहीं। इस मौके पर औरतें पिले लिबास पहनकर आयीं व समारोह में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। एनजीओ की ओर से महासचिव पंकज बाला, रितु गर्ग, तरलीन कौर व उषा शर्मा ने लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक किया।
डायरेक्टर जस्बिन्दर कौर ने बताया कि इस वक़्त 50% से भी कम लोग कोरोना की वैक्सीन लगवाने आ रहे हैं। कहीं न कहीं लोगों में डर बना हुआ है कि वैक्सीन जल्दी में बनी है। हालांकि जाने माने लोगों सहित 95 साल के बुजुर्गों तक ने यह वैक्सीन लगवाई है और किसी में भी कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं दिखा है।
जीएमसीएच के एमएस रवि गुप्ता ने कहा कि इस वैक्सीन से अभी तक कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं देखने को मिला और न ही कोई डैथ रिपोर्ट हुई है। वैक्सीन लगवाने की जारूकता के लिए यह समारोह आयोजिय किया गया है ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग वैक्सीन लगवाएं।
परिवर्तन एनजीओ की फाउंडर रेणुका शर्मा ने बताया कि कोरोना एक राक्षस है जो हमारे लोगों को खा रहा है। उस राक्षस का अंत करने के लिए कोविशील्ड व कोवैक्सीन आईं हैं। आज वसंत पंचमी के इस मौके पर हम कोरोना रूपी राक्षस की बड़ी पतंग को कोविशील्ड व कोवैक्सीन रानी पतंगों के जरिए काटकर यह संदेश दे रहे हैं कि कोरोना को इन वैक्सीन के द्वारा हराया जा सकता है। इसलिए ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को आगे आकर यह वैक्सीन लगवानी चाहिए।