CHANDIGARH: गांधी स्मारक निधि पंजाब, हरियाणा व हिमाचल प्रदेेश के सहयोग से प्राकृतिक चिकित्सा समिति चंडीगढ़ के तत्वावधान में प्राकृतिक चिकित्सा दिवस राष्ट्रीय स्तर पर गांधी स्मारक भवन सैक्टर-16 चंडीगढ़ में मनाया गया। इस दौरान सर्वप्रथम गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. नसीब सिंह मन्हास डायरेक्टर दूरदर्शन ने की।
मुख्य वक्ता डा. राजेश धीर ने प्राकृतिक चिकित्सा की आवश्यकता विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि लोगों का खाने-पीने का सिस्टम खराब हो गया है। विदेशी लोगों की होड़ के कारण भारतीय पीछे रह गए हैं। विदेशी लोगों ने हमारे खानपान पर रिसर्च करके उसको अपना लिया है। उन्होंने कहा कि हमारे भोजन में 50 प्रतिशत कच्चा भोजन होना चाहिए। जब तक कोविड का प्रकोप है तब तक ठंडी चीजें खानी ही नहीं चाहिए। एक बात पर डा. धीर ने कहा कि हमें भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए।
डा. राजीव कपिला वरिष्ठ आयुर्वेदिक फिजीशीयन ने प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद का संबंध विषय पर बोलते हुए कहा यदि हमारा वात, पित और कफ बैलेंस है तो हम स्वस्थ हैं। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा दोष कन्ट्रोल करती है। दोष कन्ट्रोल होने पर रोग अपने आप चला जाता है। डा. कपिला ने कहा कि हमारा शरीर पंच तत्वों से बना है। यदि हम पांच तत्वों का पूरी तरह पालन करेंगे तो रोग आ ही नहीं सकता। अगर शरीर में इम्युनिटी है तो रोग शरीर का कुछ नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों ने मौसम परिवर्तन पर नवरात्र की व्यवस्था की थी, ताकि नवरात्र में उपवास करके बीमारी से बचा जा सके। डा. मनहास निदेशक दूरदर्शन ने बताया कि आयुर्वेद की लैब किचन है। किचन में रखे कई मसाले हमारे स्वास्थ्य को ठीक करते हैं। आजकल हमारी खराब दिनचर्या के कारण लाइफ स्टाइल डिजीज हो रही हैं। हमें अपनी दिनचर्या एवं ऋतुचर्या का ध्यान रखना चाहिए। डा. देवराज त्यागी निदेशक गांधी स्मारक भवन ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा गांधी स्मारक भवन में चलने वाली गतिविधियों के बारे में बताया। डा. एम.पी. डोगरा ने सभी लोगों का धन्यवाद किया। प्रेरणा पंडित ने मंच संचालन किया।
इस अवसर पर डा. रमेश कुमार शर्मा को बेस्ट टीचर का अवार्ड दिया गया तथा काफी छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ण को कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। समारोह में सेन्ट्रल बैंक के फील्ड महाप्रबंधक वीवी नटराजन, सुरेन्द्र कुमार, अशोक मायर, डा. राजेन्द्र कुमार, डा. चन्ना, डा. रमन शर्मा, भगत, कंचन त्यागी, अनिल चावला, अशोक बेरी, सुमन, मुकेश अग्रवाल, अमनदीप, सुभाष भास्कर, डा. पूनम शर्मा, विरमानी, भूपेन्द्र शर्मा, मनोज, ब्रजमोहन त्यागी, ममता त्यागी, गुनार बहल इत्यादि ने भाग लिया।
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