छठ पूजा के लिए मलोया में कृत्रिम घाट तैयार, कल डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगी व्रती महिलाएं

CHANDIGARH:  कोरोनाकाल में छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मलोया के स्मॉल फ्लैट में कृत्रिम घाट का निर्माण कराया गया है। भाजपा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हरिशंकर मिश्रा की अगुवाई में यहां मैदान की साफ-सफाई कराने के बाद घाट के लिए जमीन की खुदवाई कराई गई है। वीरवार से ही घाट में पानी भरने का काम शुरू किया जा चुका है। 

हरिशंकर मिश्रा ने कहा कि छठ पर्व हिंदू भाइयों की आस्था का प्रतीक है। छठ मां की कृपा से ही सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उन्होंने बताया कि हर साल बड़े स्तर पर सामूहिक छठ पूजा का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मलोया में कम लोगों के लिए छठ घाट का निर्माण किया गया है, ताकि व्रती केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए छठ पूजा कर सकें।

हरिशंकर मिश्रा ने कहा कि इस बार उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया है कि अगर संभव है तो अपने घर में ही इस बार छठ पूजा करें। इसके अलावा लोग अपने घर के पास छोटे-छोटे कृत्रिम छठ घाट का निर्माण कर सकते हैं, ताकि कम से कम दस परिवार अपने घर के आस-पास ही इस बार छठ पर्व मना सकें। 50 लोगों से ज्यादा भीड़ भी इकठ्ठा न हो, ताकि कोरोना का प्रसार रोका जा सके। मिश्रा ने बताया कि चार दिनों तक चलने वाले छठ उत्सव में सूर्य को पहला अर्घ्य शुक्रवार को दिया जाएगा।

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