आर्ट एंड कल्चर फेस्टिवल: दूसरे दिन कवि दरबार में बही कविताओं की त्रिवेणी

प्रेम विज, विनोद शर्मा, अलका कांसरा, दीपक चनारथल, सीमा गुप्ता, प्रसून प्रसाद की कविताओं ने लूटी वाहवाही

CHANDIGARH, 17 NOVEMBER: सोसायटी फॉर डिवेल्पमेंट ऑफ आर्ट्स एंड कल्चर की ओर से मिनी टैगोर थियेटर में आर्ट एंड कल्चर फेस्टिवल के दूसरे दिन आज कवि दरबार का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध कवयित्री निरुपमा दत्त, मंजीत कौर , सुनैनी शर्मा और अभिनेता, निर्देशक कमल अरोड़ा ने की। सोसायटी के अध्यक्ष सुरेश पुष्पाकर ने सबका स्वागत किया और इस फेस्टिवल के आगामी कार्यक्रमों के बारे में बताया ।गायक सोमेश ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।

वरिष्ठ कवि प्रेम विज ने ‘अगर दुनिया वालों मोहब्बत न होती तो किसी को किसी की जरूरत न होती’ गीत पेश कर खूब तालियां बटोरीं। डॉक्टर विनोद शर्मा ने ‘शहीद के माता-पिता’ कविता पेश कर सभी को भाव विभोर कर दिया। अलका कांसरा ने कविता सुनाते हुए कहा-सूखी धरती, सूखे ताल तपता सूरज जैसे तीखी कटार।सीमा गुप्ता ने ‘एक शहर की याद’ नामक खूबसूरत नज़्म पेश की। दीपक चनारथल ने पंजाबी की शानदार कविता सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। चंडीगढ़ के जाने-माने कवियों रश्मि शर्मा, रितु भनोट, गुरदीप गुल, अमरजीत अमर, सुशील दोसांझ, बबिता कपूर, सुरेंद्र बंसल, दलजीत कौर, सरिता मलिक, लिली स्वर्ण, राजवंती मान, प्रसून प्रसाद, शशि प्रभा ने भी इस कवि दरबार में अपनी रचनाओं से वाहवाही लूटी।

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