CHANDIGARH: मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रदेश के हर गरीब परिवार को आर्थिक व सामाजिक रूप सुदृढ़ करने की इच्छा के मद्देनजर प्रत्येक परिवार की आय 1.80 लाख तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत अंत्योदय मेले लगाए जाएंगे। इन मेलों के माध्यम से गरीब परिवारों को किसी न किसी योजना के साथ जोड़कर उनकी आय बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। इन अंत्योदय मेलों की शुरूआत 29 नवंबर से होगी और इसे क्रमानुसार चलाकर सभी लाभपात्रों को कवर करते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ देना सुनिश्चित किया जाएगा।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव विनीत गर्ग आज यहां विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सभी जिला उपायुक्त को मेलों के आयोजन के संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी इन मेलों में सकारात्मक सोच के साथ कार्य करें। मुख्यमंत्री स्वयं मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित होने वाले मेलों के संबंध में निरंतर समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन के संबंध में तैयार एसओपी सभी जिलों को भेज दी गई है, जिसके तहत उन्हें व्यवस्था इस प्रकार से बनानी है कि अधिक से अधिक लाभपात्र मेलों में आएं और जनहित की योजनाओं का लाभ उठाएं। इन मेलों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए जिला उपायुक्त स्वयं इसे मानीटर करें।
मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर ने बताया कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि प्रदेश में कोई भी परिवार गरीब न रहे और गरीब से गरीब परिवार का जीवन स्तर बेहतर बन सके। इन मेलों में लीड बैंक के साथ-साथ अन्य बैंक भी भागीदारी करें और लाभार्थियों को योजनाओं का लाभ लेने संबंधी पूरा विवरण समझाएं तथा प्रयास करें कि उन्हें जल्द से जल्द़ योजना संबधी ऋण स्वीकृति पत्र सुपुर्द करें। इन मेलों में ऐसे लाभार्थी युवाओं की भी तलाश की जाए, जिन्हें हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार अपनाने या फिर किसी क्षेत्र में रोजगार के लिए तैयार किया जा सके। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिए कि मेलों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए इन मेलों के आयोजन के संबंध में संबंधित अधिकारियों का प्रशिक्षण अवश्य करवाया जाए, ताकि एक व्यवस्था अनुरूप लाभार्थियों को उचित मार्गदर्शन दिया जा सके। मेलों के पहले चरण में लाभार्थियों से आवेदन प्राप्त कर उन्हें बैंक द्वारा अुनमति की कार्यवाही की जाए तथा दूसरे चरण में यह अनुमति पत्र लाभार्थी को प्रदान कर स्कीम का लाभ दिया जाए। मेले के आयोजन के बाद लाभार्थियों से फीडबैक भी प्राप्त की जाएगी।
मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के मिशन निदेशक मंदीप सिंह बराड़ ने बताया कि इन मेलों का आयोजन इस तैयारी से किया जाए कि इनके आयोजन का उद्देश्य भी सफल हो और इसके परिणाम भी बेहतर सामने आएं। मेलों को दिन व समय के हिसाब से बांटा गया है। इनमें कोविड-19 के प्रोटोकाल की अनुपालना अवश्य की जाए।
उन्होंने बताया कि मेले में एक स्वागत डेस्क, काउंसलिंग डेस्क, प्रतीक्षा डेस्क व विभिन्न विभागों से संबंधित डेस्क लगाए जाएं। इन स्टाल्स पर प्रशिक्षित स्टाफ की नियुक्ति हो, जिन्हें प्रत्येक योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी हो। स्टॉल्स पर अधिक भीड़ नहीं होनी चाहिए व प्रत्येक लाभार्थी को उचित अवसर दिया जाए। मेले में सेंटर में एक जगह पर संबंधित विभागों के अधिकारी भी मदद के लिए उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने बताया कि मेले के आयोेजन व समय के बारे में सभी लाभार्थियों को फोन के माध्यम से मैसेज भेजे जा रहे हैं। इन मेलों में पर्याप्त मात्रा में स्टॉल लगाई जाएं और विभाग अपनी योजनाओं को डिस्प्ले बोर्ड के माध्यम से प्रदर्शित करें, ताकि लाभार्थियों को योजनाओं के संबंध में पूरी जानकारी मिल सके। इस अवसर पर शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव अरूण गुप्ता, सूचना प्रोद्यौगिकी, इलेक्ट्रानिक्स एवं संचार विभाग के निदेशक राजनारायण कौशिक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।