आठ व्यक्ति फरार, पकडऩे के लिए कोशिशें जारी, 28 एफआईआर दर्ज
CHANDIGARH, 21 JUNE: भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त न करने की रणनीति के अंतर्गत मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अपने कार्यकाल के थोड़े समय में अब तक 45 सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों और अन्यों को घूसखोरी के दोष के तहत काबू किया है।
पद संभालने के पहले दिन ही मुख्यमंत्री ने लोगों के साथ भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और साफ- सुथरा प्रशासन देने का वायदा किया था और इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार के खि़लाफ शिकायतें दर्ज करवाने के लिए लोगों की सुविधा के लिए वटसऐप आधारित एक भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया था। यह हेल्पलाइन वरदान साबित हुयी है क्योंकि लोग इसका प्रयोग भ्रष्टाचार की जड़ काटने के लिए प्रभावी तरीके स्वरूप कर रहे हैं।
इस नंबर पर मिली प्रमाणिक शिकायतों के आधार पर पंजाब पुलिस ने भ्रष्ट अधिकारियों/ कर्मचारियों और अन्य दोषियों के खिलाफ 28 एफ.आई.आर. दर्ज़ की हैं। मुख्यमंत्री की हिदायतों पर विजीलैंस ने अब तक पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर, आठ सहायक सब-इंस्पेक्टरों, तीन हवलदारों, एक सिपाही, होमगार्ड के एक जवान, दो पटवारियों, एक क्लर्क, एक नंबरदार, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के एक डाटा एंट्री ऑपरेटर, सरकारी आई. टी. आई. एस.ए.एस. नगर के एक प्रिंसिपल, एक मेडिकल अफसर, एक डिवीजनल वन अफसर और जुडिशियल विभाग के सम्मन भेजने वाले स्टाफ के एक मेंबर को गिरफ्तार किया है। इसी तरह माइनिंग केस में 17 व्यक्तिं, पटवारियों के चार सहायकों और एक वन ठेकेदार को भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल होने के दोष के तहत पकड़ा गया है। पुलिस ने 21 जून, 2022 तक भ्रष्टाचार के दोषों के तहत कुल 45 व्यक्तियों को काबू किया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा की यह तो अभी शुरुआत हुयी है और भ्रष्ट अफसरों और कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा कर समूची व्यवस्था को साफ किया जायेगा। उन्होंने कहा की लोगों को साफ- सुथरा, कारगर और पारदर्शी सरकार देने के लिए शासन में से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। भगवंत मान ने कहा की लोगों ने उनके कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी डाली है, जिस कारण पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन देकर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरना उनका फर्ज बनता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लामिसाल कार्यवाही यह दर्शाती है कि राज्य सरकार लोगों को भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के प्रति वचनबद्ध है। उन्होंने कहा की भ्रष्टाचार विरोधी जंग उसी समय खत्म होगी, जब राज्य में से इसका मुकम्मल तौर पर सफाया हो जायेगा परन्तु इसके लिए लोगों का सक्रिय सहयोग बहुत जरूरी है। इस नेक कार्य के लिए लोगों के सहयोग की मांग करते हुये भगवंत मान ने लोगों को पंजाब को भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने के लिए बढ़-चढ़ कर राज्य सरकार का सहयोग करने का न्यौता दिया।