बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को और सुदृढ़ करते हुए लिंगानुपात पहुंचाएंगे 950 तकः मुख्यमंत्री
CHANDIGARH, 04 MARCH: मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जीवीएम महिला कॉलेज के ड्रीम प्रोजेक्ट इंद्रधनुष सभागार का लोकार्पण करते हुए कहा कि 1 लाख 80 हजार रुपये वार्षिक तक की आय वाले परिवारों की बेटियों को स्नातकोत्तर तक की शिक्षा निशुल्क दिलायेंगे। बेटियां भले ही निजी शिक्षण संस्थानों से शिक्षा ग्रहण करें अथवा राजकीय संस्थानों से शिक्षा ले।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार बहन-बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए दूर न जाना पड़े, इसके लिए प्रति 20 किलोमीटर क्षेत्र में कॉलेज स्थापित किया है। अभी तक 150 कालेज स्थापित किये जा चुके हैं और जहां यहा सुविधा नहीं है वहां बेटियों को 150 किलोमीटर तक की निःशुल्क बस पास की सुविधा दी गई है। इसके लिए स्पेशल 150 महिला बसें चलाई गई हैं। बेटियों की शिक्षा में कोई अड़चन नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की है, जिसमें सुषमा स्वराज भी एक बड़ा उदाहरण है जिनके नाम पर प्रदेश सरकार ने 5 लाख रुपये की राशि के बेस्ट वूमन अवार्ड की घोषणा की है। उन्होंने कल्पना चावला का उदाहरण भी देते हुए कहा कि बेटियों ने हर क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किये हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लिंगानुपात 871 प्रति 1000 थी, जबकि सबके एकजुट प्रयासों से सुधार के बाद अब लिंगानुपात 924 पर पहुंच चुका है। लिंगानुपात को 950 पर लेकर जाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि सभागार में सहयोग के लिए वे 21 लाख रुपये की घोषणा करते हैं।
इस मौके पर सांसद रमेश कौशिक ने भी जीवीएम संस्था के लिए 11 लाख रुपये की राशि भेंट करने की घोषणा की। कालेज की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोहारी प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं राई हलका विधायक मोहनलाल बड़ौली, गन्नौर की विधायक निर्मल चौधरी, जींद के विधायक कृष्ण मिढ़ा, पूर्व मंत्री कविता जैन, वरिष्ठ नेता ललित बतरा व देवेंद्र कौशिक, भाजपा के जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा, उपायुक्त ललित सिवाच, पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी, सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।