CHANDIGARH: ‘मिशन फ़तेह’ के हिस्से के तौर पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज कोविड मरीज़ों के लिए घरेलू एकांतवास दौरान स्व-देखभाल, बैडों की उपलब्धता और टीकाकरण केन्द्रों बारे जानकारी आदि के लिए ‘पंजाब कोविड केयर व्हाट्सऐप चैटबॉट’ की शुरूआत की।
घरेलू एकांतवास वाले मरीज़ अपनी सेहत संबंधी जानकारी ऐप में अपलोड कर सकते हैं और इसकी निगरानी माहिर करेंगे जो उनको इलाज दौरान सलाह देंगे। यह ऐप 3 भाषाओं – अंग्रेज़ी, पंजाबी और हिंदी में उपलब्ध है।
कोविड स्थिति संबंधी एक उच्च स्तरीय वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने हाल ही में शुरू की गई भोजन हेल्पलाइन की प्रगति का जायज़ा लिया जिसके अंतर्गत सिर्फ़ एक हफ़्ते में पंजाब पुलिस द्वारा 3000 से अधिक फूड पैकेट कोविड प्रभावित परिवारों के घर पहुँचाए गए। इनमें 2721 पके हुए और 280 अनपके हुए खाने के पैकेट शामिल थे।
इस पहल में पंजाब पुलिस की भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने यह यकीनी बनाने की अपनी वचनबद्धता को दोहराया कि इस मुश्किल समय के दौरान राज्य में कोई भी नागरिक भूखा न सोए और उन्होंने सभी पीडि़त नागरिकों को 112 या 181 डायल करके मुफ़्त खाना प्राप्त करने की अपील की।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि स्कीम की शुरूआत के पहले ही दिन पुलिस विभाग द्वारा कोविड कैंटीनों की स्थापना 24 घंटों से भी कम समय में की गई थी और इस स्कीम के पहले ही दिन 120 से अधिक पके /अनपके खाने के पैकेट बाँटे गए थे। उन्होंने आगे कहा कि 14 मई से 20 मई, 2021 तक भोजन हेल्पलाइन नंबरों पर खाने के अनुरोधों के लिए कुल 385 कॉल आईं थीं।
एक उदाहरण का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि पठानकोट पुलिस को झुग्गियों में रहने वाली एक महिला का फ़ोन आया जिसने कहा कि उनके पास राशन खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं जिस पर कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम ने तुरंत उस क्षेत्र में रहने वाले 25 सदस्यों को राशन दिया।
होशियारपुर के टांडा क्षेत्र में दैनिक वेतन भोगी मज़दूरों के एक परिवार की विनती के बाद डीएसपी गुरप्रीत सिंह ने प्रभावित परिवार को निजी तौर पर फल, दूध और रोटी समेत नाश्ता पहुँचाया। स्थानीय सरपंच को भी उनकी स्थिति संबंधी पता चला और फिर वह सवेच्छा से परिवार की देखभाल करने के लिए आया।
अमृतसर की एक 40 वर्षीय महिला जिसके पति, पुत्र और बेटी कोविड-19 पाजि़टिव पाए गए हैं, को भी पुलिस ने सहायता दी और पुलिस ने डिलीवरी दौरान प्रभावित परिवारों की तंदुरुस्ती और किसी अन्य ज़रूरी आवश्यकताओं बारे भी पूछताछ की।
डीजीपी ने बताया कि अब तक सबसे अधिक कॉल अमृतसर सिटी, लुधियाना सिटी, पटियाला और बठिंडा से आईं हैं।