CHANDIGARH: शहर में बिगड़ते कोरोना हालात पर नियंत्रण के लिए आज प्रशासक वीपी सिंह बदनोर द्वारा बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग में लॉकडाउन के मुद्दे पर भाजपा मेयर रविकांत शर्मा व चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद के अलग-अलग मतों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेर लिया है। चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने इसे चंडीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की आपसी फूट बताते हुए मेयर रविकांत शर्मा से इस्तीफा मांगा है।
सुभाष चावला ने कहा कि एक तरफ तो मेयर रविकांत शर्मा ने आज यूटी गेस्ट हाउस में प्रशासक द्वारा बुलाई गई आल पार्टी मीटिंग में लाकडाऊन लगाने की बात कही, वहीं चंडीगढ़ बीजेपी अध्यक्ष अरूण सूद ने लाकडाऊन न लगाने की बात कही और लाकडाऊन को आखिरी विकल्प बताया । इन सब बातों से मालूम होता है कि चंडीगढ़ भाजपा के नेताओं में आपसी तकरार है और कोई भी समन्वय नही है। भाजपा की इसी आपसी फूट और मतभेदों के कारण चंडीगढ़ की जनता को एक त्रस्त जिंदगी जीनी पड़ रही है। चावला ने कहा कि जब भाजपा में ही मेयर की बात को नही माना जाता तो अफसर क्या मेयर के निर्देश मानेगे। अगर भाजपा मेयर में जरा सी भी नैतिकता बची हो तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देकर भाजपा से अलग हो जाना चाहिए़।
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने भाजपा पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री कहते है कि लाकडाऊन कहीं भी लगाना है तो यह आखिरी विकल्प होना चाहिए और यहां चंडीगढ़ में प्रशासक द्वारा बुलाई गई आल पार्टी मीटिंग में चंडीगढ़ के भाजपा के पूर्व सांसद और बीजेपी के मेयर ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी भी राजनीतिक पार्टी के दबाव में आए बिना लाकडाऊन लगा देना चाहिए । अब प्रशासन प्रधानमंत्री जी को सुने या चंडीगढ़ भाजपा के नेताओं की मानें।
भाजपा का दोहरा चेहरा सामने आया
चावला ने कहा कि जनता ( व्यापारियों ) के सामने जाकर लाकडाऊन का विरोध करने वाली बीजेपी के पूर्व सांसद सतपाल जैन और बीजेपी के मेयर रविकांत शर्मा ने आज यूटी गेस्ट हाऊस में लाकडाऊन लगाने के लिए जोरदार मांग की और इसे समय की मांग बताते हुए लाकडाऊन लगाने के लिए कहा । चंडीगढ़ व्यापार मंडल का भाजपा के इस लाकडाऊन लगाने के बारे में क्या स्टैंड है। कांग्रेस पार्टी पूर्णतः रुप से लाकडाऊन के विरोध में है । कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं डीडी जिंदल , पवन शर्मा और नगर निगम में विपक्ष के नेता दविंदर सिंह बबला ने आज आल पार्टी मीटिंग में चंडीगढ़ के प्रशासक के सामने लाकडाऊन लगाने पर जोर देने की बजाय चंडीगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ज्यादा जोर देने के लिए कहा , जोकि आज समय की सब से ज्यादा जरूरत है। आज चंडीगढ़ को अतिरिक्त बैड , भरपूर आक्सीजन , करोना सम्बंधित जरूरी दवाईयां की जरूरत है । मरीज को अस्पताल आने जाने के लिए एम्बुलेंसो की व्यवस्था की जाए । जो लोग घरों में कवारटाईन है उन की देखभाल की ज़रूरतों को पूरा किया जाए । उनके लिए दवाईयां , भोजन और अन्य चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए ।जिसकी आज कमी नजर आ रही है । आज चंडीगढ़ में प्रशासन , नगर निगम, पुलिस के बीच में तालमेल की जरूरत है। जहां ज्यादा भीड़ है वहां पर कड़ी निगरानी और चैकिंग की जरूरत है। चंडीगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष सुभाष चावला ने गवर्नर से अपील कि वह शहर के सारे अस्पतालों का दौरा करे ताकि गवर्नर साहिब चिकित्सा सुविधाओं की जमीनी हकीकत से वाकिफ हो जाए। सुभाष चावला ने प्रशासक से अपील कि है कि पिछले साल से चल रहे करोना काल में पानी, बिजली , प्रोपर्टी टैक्स , जी एस टी के दाम प्रशासन द्वारा बढ़ा दिए गये है वह वापिस लिए जाए ताकि चंडीगढ़ के निवासियों को कुछ वित्तीय सहायता और राहत मिल सके । प्रशासन जब भी चाहे इन सेवा के कार्यों को करने के लिए चंडीगढ़ कांग्रेस हमेशा चंडीगढ़ प्रशासन के साथ है।