CHANDIGARH: पंजाब पुलिस ने 11 एचजी आरगेज 84 हैंड ग्रनेड की बरामदगी से तकरीबन 48 घंटे बाद आज एक ए.के. 47 राइफल और 30 जिंदा कारतूसों के साथ एक मैगजीन बरामद की। यह बरमादगी स्पष्ट तौर पर उसी खेप का एक हिस्सा है जिसको रविवार वाले दिन गुरदासपुर जिले के बीओपी चकरी (थाना दोरांगला) में पाकिस्तानी ड्रोन ने फेंका था।
यह बरामदगी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से सरहदी राज्य की शांति भंग करने के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकवादियों की तरफ से किये जा रहे ताजा यत्नों को लेकर उभर कर आई चिंताओं के कारण हुई है। इस सम्बन्धी हाल ही मुख्यमंत्री की तरफ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी मुलाकात की गई।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार गुरदासपुर पुलिस की तरफ से उस क्षेत्र में एक व्यापक जांच मुहिम चलाई गई जहाँ पुलिस और बीएसएफ ने ड्रोन को देख कर गोलियाँ दागी थी। उन्होंने कहा कि असाल्ट राइफल वाला एक पैकेज गाँव वजीर चक के क्षेत्र में गेहूँ के खेतों में फेंका गया था जोकि गाँव सलाच थाना दोरांगला (गुरदासपुर) से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है।
गुप्ता ने कहा कि रविवार को गाँव सलाच से बरामद किये हैंड ग्रेनेडों की तरह ही आज बरामद की गई असाल्ट राइफल और 30 जिंदा कारतूसों के साथ मैगजीन को भी एक लकड़ी के फ्रेम के साथ जोड़ा गया था और नाईलोन की रस्सी के साथ ड्रोन से नीचे उतारा गया था।
उन्होंने कहा कि यह पैकेज उसी खेप का हिस्सा लगता है जिसको 19.12.2020 की रात को ड्रोन की तरफ से फेंका गया था। उन्होंने बताया कि जिस जगह से हैंड ग्रेनेड मिले थे इससे करीब 1.5 किलोमीटर की दूरी से यह असाल्ट राइफल मिली है।
गुप्ता ने कहा कि इस सम्बन्धी रविवार को विस्फोटक पदार्थ एक्ट की धारा 3, 4, 5 के अंतर्गत थाना दोरांगला में एफआईआर (159) के अंतर्गत दर्ज की गई थी और अगली कार्यवाही के तौर पर जांच अभियान अभी जारी है।