डीजीपी गौरव यादव ने एडीजीपी प्रमोद बान के नेतृत्व वाली 16 सदस्यीय ए.जी.टी.एफ. टीम को दी बधाई
CHANDIGARH, 31 OCTOBER: पंजाब पुलिस की शानदार सेवाओं को मान्यता देते हुए भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (ए.जी.टी.एफ.), पंजाब की 16 सदस्यीय टीम को साल 2022 के लिए ‘‘केंद्रीय गृह मंत्री स्पेशल ऑपरेशन मैडल’’ से सम्मानित किया गया है।
पुरस्कार विजेताओं में ए.जी.टी.एफ. के प्रमुख ए.डी.जी.पी. प्रमोद बान और उनकी टीम के मैंबर डी.आई.जी. गुरप्रीत सिंह भुल्लर, ए.आई.जी. गुरमीत सिंह चौहान, ए.आई.जी. सन्दीप गोयल, डी.एस.पी. बिक्रमजीत सिंह बराड़, एस.आई. सुखप्रीत सिंह, एस.आई. सुमित गोयल, एस.आई. नितिन कुमार, एस.आई. शगनजीत सिंह, एस.आई. कुलविन्दर सिंह, एस.ओ. राहुल कुमार चेची, एस.आई. मोनिन्दर सिंह, एस.आई. राहुल शर्मा, एस.आई. गुरप्रीत सिंह, एस.आई. अवतार सिंह और ए.एस.आई सुखजिन्दर सिंह शामिल हैं।
गौरतलब है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर ख़ुफिय़ा सूचनाओं का प्रयोग करते हुए और पंजाब पुलिस की फील्ड यूनिटों के तालमेल के साथ राज्य से गैंगस्टरों और समाज विरोधी तत्वों पर नकेल कसने के लिए ए.डी.जी.पी. प्रमोद बान के नेतृत्व अधीन ए.जी.टी.एफ. का गठन किया गया था, जिससे कानून एवं व्यवस्था में लोगों का विश्वास पुन: बहाल किया जा सके।
डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डी.जी.पी.) पंजाब गौरव यादव निजी तौर पर ए.जी.टी.एफ. के कामकाज की निगरानी कर रहे हैं।
ए.जी.टी.एफ. टीम को बधाई देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने इन अधिकारियों/कर्मचारियों की सेवाओं को मान्यता देने के लिए भारत सरकार के गृह मंत्रालय का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह मान्यता पूरे पंजाब पुलिस बल का हौसला बढ़ाएगी और उनको और लगन एवं निष्ठा से काम करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
ए.जी.टी.एफ. के गठन के बाद फोर्स ने कई दिलेराना कार्यवाहियों में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसके नतीजे के तौर पर बहुत से गैंगस्टरों को मार गिराया/गिरफ्तार किया गया, जबकि बहुत से समाज विरोधी तत्व मजबूर होकर राज्य छोड़ गए।
ए.जी.टी.एफ. के इन विशेष ऑपरेशनों में दो ख़तरनाक गैंगस्टरों को मार गिराया गया और 12 गैंगस्टरों को समय पर गिरफ़्तार किया गया। इसके अलावा उनके कब्ज़े से 24 हथियार, 1.05 किलोग्राम हेरोइन और 79.27 लाख रुपए की ड्रग मनी, 11 वाहन और एक पुलिस वर्दी बरामद की गई, जिससे सरहद पार से नशों/हथियारों की तस्करी को सफलतापूर्वक रोका जा सका और पंजाब में सनसनीखेज़ जुर्म करने की उनकी योजनाओं को नाकाम कर दिया।