NEW DELHI, 19 JUNE: अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों को 4 साल के लिए सेना के तीनों अंगों से जुड़कर देश सेवा का लाभ मिलेगा। ऐसे में अग्निवीरों को 4 साल की सेवा के बाद देश के तमाम राज्य सेवा और अर्धसैनिक बलों का हिस्सा बनने का मौका होगा। इसके लिए गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की ओर कई दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसी क्रम में अब पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय भी अग्निवीरों को मर्चेंट नेवी से जुड़ने का अवसर लेकर आया है।
पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MOPSW) ने भारतीय नौसेना के साथ अग्निवीरों के कार्यकाल के बाद उन्हें मर्चेंट नेवी की विभिन्न भूमिकाओं में अवसर प्रदान करने लिए छह आकर्षक सेवा योजनाओं की घोषणा की है। यह योजना दुनियाभर में पारिश्रमिक मर्चेंट नेवी में शामिल होने के लिए समृद्ध नौसैनिक अनुभव तथा प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन के साथ ही आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करने में सक्षम होगी।
नौसेना से प्राप्त रेटिंग होगा प्रमुख आधार
मंत्रालय के मुताबिक अग्निवीरों के लिए इन योजनाओं से कई पदों पर नियुक्ति संभव होगी। विशेष तौर पर भारतीय नौसेना से प्राप्त हुई रेटिंग को इसका आधार बनाया जायेगा। इलेक्ट्रिकल रेटिंग से मर्चेंट नेवी में प्रमाणित इलेक्ट्रो तकनीकी में नौकरी और प्रमाणित श्रेणी IV-एनसीवी सीओसी धारकों को नियुक्त करना इसमें शामिल हैं। इसके अलावा कुछ लोग अपनी रेटिंग के आधार पर रसोईये का काम भी कर सकते हैं। एमओएसपीडब्ल्यू उन अग्निवीरों के लिए इंडोस और सीडीसी जारी करेगा, जो भारतीय नौसेना के माध्यम से उक्त पदों में से किसी एक पर कार्य करने का इरादा रखते हैं। कुछ योजनाएं मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा अथवा इलेक्ट्रॉनिक या इलेक्ट्रिकल स्ट्रीम में आईटीआई ट्रेड सर्टिफिकेट वाले अग्निवीरों के लिए तैयार की गई हैं। खास तौर पर जो इन योग्यताओं के साथ शामिल हो रहे हैं या भारतीय नौसेना के साथ अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें प्राप्त कर रहे हैं। नौसेना के साथ चार साल के कार्यकाल के बाद उन्हें मर्चेंट पोस्ट में वैकल्पिक करियर बनाने की सुविधा प्रदान करेगा।
मर्चेंट नेवी में कुशल श्रम बल का होगा भर्ती
इस योजना के बारे में केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि परिवर्तनकारी अग्निपथ योजना के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का ही यह एक दूरगामी प्रयास है कि भारतीय सशस्त्र बलों की प्रोफाइल युवा बनी रहे। उनका मानना है कि युवा कर्मी नई तकनीकों के अनुकूल होंगे और हम वैश्विक मर्चेंट नेवी में एक आकर्षक करियर को सुरक्षित करने के लिए विश्व स्तरीय भारतीय नौसेना के साथ अपने कार्यकाल के माध्यम से उन्हें तैयार करेंगे। इन योजनाओं के माध्यम से मर्चेंट नेवी में कुशल श्रम बल के अंतर को पाटने के लिए भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। यह हमारे अग्निवीरों को शिपिंग क्षेत्र में स्थानांतरित करने तथा भारतीय समुद्री अर्थव्यवस्था में अपने समृद्ध कौशल एवं अनुभव के माध्यम से अत्यधिक योगदान देकर मर्चेंट नेवी में एक आकर्षक करियर बनाने में मदद करेगा।
MOPSW और भारतीय नौसेना मिलकर काम करेंगे
भारत विश्व मर्चेंट बेड़े के लिए सबसे बड़े जनशक्ति आपूर्तिकर्ता में से एक है। भारतीय नाविकों को एसटीसीडब्ल्यू कन्वेंशन के अनुसार प्रमाणित किया जाता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी काफी मांग है। योजना इस तरह से तैयार की गई है कि नौवहन क्षेत्र में सुगमता से कार्य जारी रखने के लिए अग्निवीरों को तैयार किया जा सके। एमओपीएसडब्ल्यू और भारतीय नौसेना इस सिलसिले में मिलकर काम करेंगे।
वहीं इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आवश्यक पात्रता मानदंडों को पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए रक्षा मंत्रालय में नौकरी की रिक्तियों के 10 फीसदी को आरक्षित करने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी है। यह 10 फीसदी आरक्षण भारतीय तटरक्षक बल, रक्षा असैन्य पदों और सभी 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में लागू किया जाएगा।
इन सार्वजनिक क्षेत्रों से जुड़ने का मिलेगा अवसर
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार यह आरक्षण भूतपूर्व सैनिकों के लिए वर्तमान आरक्षण के अतिरिक्त उपलब्ध कराया जाएगा। मंत्रालय से जुड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल), गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) लिमिटेड, गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल), हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) में ”अग्निवीरों” को नौकरियों में 10 फीसदी प्राथमिकता दी जाएगी।इसके अलावा मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (एमडीएल), मिश्रा धातु निगम (मिधानी) लिमिटेड, बख्तरबंद वाहन निगम लिमिटेड (एवीएनएल), एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (एडब्ल्यू एंड ईआईएल), मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल), यंत्र इंडिया लिमिटेड (वाईआईएल), ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल), इंडिया ऑप्टेल लिमिटेड (आईओएल) और ट्रूप कम्फर्ट्स लिमिटेड (टीसीएल) में ”अग्निवीरों” को आरक्षण का लाभ मिलेगा।
भर्ती नियमों में आवश्यक संशोधन होंगे लागू
इन प्रावधानों को लागू करने के लिए प्रासंगिक भर्ती नियमों में आवश्यक संशोधन लागू किए जाएंगे। डीपीएसयू को सलाह दी जाएगी कि वे अपने संबंधित भर्ती नियमों में समान संशोधन करें। उपरोक्त नौकरियों में ”अग्निवीरों” की भर्ती के लिए आवश्यक आयु सीमा में छूट का प्रावधान भी किया जाएगा।
–PBNS