लोकसभा चुनाव हारने के बाद चंडीगढ़ के लोगों से अब बदलाखोरी पर उतर आई है भाजपाः राज नागपाल

कहा- चंडीगढ़ को मुफ्त पानी, बिजली, वाहन पार्किंग की सुविधा से वंचित करने वाले प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित को माफ नहीं करेंगे लोग

CHANDIGARH, 14 JUNE: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के महासचिव एवं ऑल इंडिया राजीव मैमोरियल सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नागपाल ने चंडीगढ़ के हर घर को 20 हजार लीटर पानी मुफ्त देने से इंकार करने और शहर में वाहन पार्किंग की दरों में वृद्धि किए जाने की घोर निंदा करते हुए चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की कड़ी आलोचना की है। राज नागपाल ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा लोकसभा चुनाव के बाद अब चंडीगढ़ के लोगों से बदलाखोरी पर उतारू हो गई है। क्योंकि इस बार के लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ के लोगों ने भाजपा को नकार दिया और इंडिया गठबंधन में अपनी आस्था व्यक्त की।

राज नागपाल ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि भाजपा हमेशा चंडीगढ़ के लोगों की आंखों में धूल झोंकती रही है। लोगों से झूठे वायदे किए गए और धोखे में रखा गया। भाजपा के इन पापों में चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित बराबर के भागीदार बने हैं। नागपाल ने कहा कि प्रशासक पुरोहित ने पूर्व में बिजली की दरें बढ़ाकर चंडीगढ़ के लोगों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाला। इसके बाद अब चंडीगढ़ के हर घर को 20 हजार लीटर पानी मुफ्त देने से इंकार कर दिया, जबकि नगर निगम में सभी जनप्रतिनिधियों ने यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया था लेकिन प्रशासक पुरोहित ने न केवल जनप्रतिनिधियों की भावनाओं का अपमान किया है, बल्कि चंडीगढ़ के लोगों को एक बड़ी सुविधा से वंचित करने का काम किया है। इसी तरह शहर में वाहन पार्किंग की दरें बढ़ाकर एक बार फिर लोगों की जेब पर अनावश्यक आर्थिक भार डाल दिया है, जबकि शहर की तमाम पेड पार्किंग वायदे के अनुरूप लोगों को सुविधाएं देने में नाकाम रही हैं। ये सभी पेड पार्किंग स्थल बाजारों में केवल एंट्री टैक्स के प्वाइंट बनकर रह गए हैं।

राज नागपाल ने कहा कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के तहत शानदार चुनाव लड़े कांग्रेस उम्मीदवार मनीष तिवारी की जीत से भाजपा अब बौखला गई है। यही कारण है कि वह केंद्र सरकार के जरिए चंडीगढ़ के लोगों से बदलाखोरी पर उतर आई है। पानी व पेड पार्किंग फीस से संबंधित हाल के फैसले इसके उदाहरण हैं। नागपाल ने यह दोनों ही फैसले तुरंत वापस लिए जाने की मांग करते हुए चंडीगढ़ में एक बार फिर चीफ कमिश्नर का पद बहाल किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब के राज्यपाल को चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में चंडीगढ़ के लोगोंं की भलाई के लिए जिम्मेदार बनाया गया था लेकिन केंद्र की मोदी सरकार के शासन में देखा गया है कि प्रशासक चंडीगढ़ के लोगों की भलाई करने के बजाय अफसरों के हाथों की कठपुतली बन गए हैं। चूंकि चंडीगढ़ केंद्र सरकार के अधीन है और अफसर सरकार के अधीन हैं, इसलिए वे चंडीगढ़ की आम जनता को प्रभावित करने वाले तमाम फैसले केंद्र सरकार के इशारे पर ही लेते हैं। राज नागपाल ने कहा कि पिछले दस सालों में भी केंद्र की मोदी सरकार की मंशा चंडीगढ़ के आम लोगों की भलाई की नहीं रही। इसीलिए चंडीगढ़ ने इस बार भाजपा उम्मीदवार को लोकसभा चुनाव में नकार दिया लेकिन इसके बाद भी मोदी सरकार चंडीगढ़ के लोगों के साथ जो व्यवहार कर रही है, उसे लोग न कभी भूलेंगे, न बर्दाश्त करेंगे। चंडीगढ़ को मुफ्त पानी, बिजली, वाहन पार्किंग की सुविधा से वंचित करने वाले प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित को भी लोग कभी माफ नहीं करेंगे।

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